सलेम स्पार्टंस और मदुरै पैंथर्स के बीच खेले गए तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2022 के 16 वें मैच में श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा जैसे एक्शन वाले गेंदबाज रघुपति सिलम्बरसन ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 4 विकेट लिए। उनके इस प्रदर्शन की मदद से मदुरै पैंथर्स ने 39 रनों से जीत हासिल की। यह तेज गेंदबाज विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके चर्चा में आया था। स्लिंगा एक्शन वाले इस तेज गेंदबाजी की जिंदगी का संघर्षपूर्ण रही है।
मलिंगा की तरह ही राघुपति भी साइड से गेंद करते हैं। इसके कारण बल्लेबाजों को उनको खेलने में काफी परेशानी होती है। क्रिकेट ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं। उन्होंने हाई स्कूल में टॉप किया। इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी किया। जब वह चेन्नई से लीग क्रिकेट खेलने आए थे तो उनकी टीम ने बस उनका किराया दिया था। इसके बाद से वह आगे ही बढ़ते गए।
रघुपति सिलम्बरसन तमिलनाडु जिले के सेंदिरकिलई गांव के रहने वाले हैं। उनके माता-पिता का कोई बड़ा व्यवसाय नहीं था। न ही उनका परिवार रईस था। वे दिहाड़ी मजदूरी करते थे। ऐसे में खिलाड़ी के लिए इस फील्ड में एक्टिव रहना आसान नहीं था। गांव के बड़ी जाति के बच्चें उन्हें अपने साथ नहीं खेलने देते थे। इस बात का खुलासा खुद तेज गेंदबाज ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस अखबार से बात करते हुए किया था।
इस बारे में बात करते हुए रघुपति सिलम्बरसन ने कहा, “वे मुझे साथ नहीं ले गए। मुझे उस समय समझ नहीं आया। ऐसे में मैं एक नारियल के पेड़ की टहनी लेकर एक पुराने रबर की गेंद से खेलता था। मुझे गेंद को हिट करना बहुत पसंद था। लेकिन गेंद फेंकने वाला कोई नहीं था। एक बार जब मैं गेंद को हिट करते-करते थक गया, तो मैं दौड़कर गेंद फेंकने लगा। फिर ऐसा तब तक किया जब तक ब्रेक लेने की जरूरत नहीं पड़ी। यह देख गांव के लोगों को लगा कि मैं पागल हो गया हूं। “
उस दौरान जब कुछ बच्चों ने रघुपति सिलम्बरसन को अकेले खेलते देखा तो उन्होंने टैलेंट की वजह से उनको साथ खेलने का मौका दिया। उनकी गेंदबाजी की गति बहुत तेज थी। इसके बाद उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के लिए अक्सर दो टीमों के बीच भिड़ंत होती रहती थी। इसके पीछे की वजह लसित मलिंगा की तरह उनका गेंदबाजी एक्शन भी था।
दिलचस्प बात यह है कि जब मलिंगा ने डेब्यू किया तो इस गेंदबाज के छोटे भाई ने उन्हें टीवी पर गेंदबाजी करते देखा। इसके बारे में उन्होंने सिलम्बरसन को बताया। भाई ने उन्हें मलिंगा के गेंदबाजी एक्शन के बारे में बताया और कहा, “मैं उनकी गेंद नहीं खेल पाता । मुझे गेंद को छूना भी मुश्किल लगा। इसलिए मैंने उसी तरह गेंदबाजी का अभ्यास करना शुरू किया और जल्द ही इस एक्शन में बॉल करने लगा। इसके बाद उसी एक्शन के साथ मैच खेलना शुरू किया। फिर मेरी एक्शन की खबर पूरे जिले में फैल गई। “
हैरानी की बात यह है कि रघुपति ने 16 साल की उम्र तक कभी टीवी पर लाइव मैच नहीं देखा था। इस दौरान जब एम करुणानिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे तब सरकार ने टीवी बांटे और उसके बाद उन्होंने लाइव मैच देखा। उन्होंने उस पल को याद किया जब मलिंगा को गेंदबाजी करते देख वह चौंक गए थे। इसके बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “मैंने 2009 में पहली बार तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते देखा था। तब तक मैंने उन्हें अखबारों में तस्वीरों में ही देखा था। जब सरकार ने हमें टीवी दिया तो सबसे पहले मैंने केबल कनेक्शन लिया और जब मैंने मलिंगा को देखा तो मुझे लगा कि मेरा एक्शन भी चल सकता है।”
