पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने कहा है कि पाकिस्तान के लिए भारत में प्रस्तावित द्विपक्षीय शृंखला खेलना व्यावहारिक नहीं होगा जैसा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआइ) ने सुझाव दिया है। शहरयार ने ही सबको बताया था कि बीसीसीआइ अध्यक्ष शशांक मनोहर ने पीसीबी को पत्र लिखकर पाकिस्तान को दिसंबर में भारत में प्रस्तावित द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन शहरयार ने स्पष्ट किया कि यह सीरीज तभी संभव है जब भारत यूएई में आकर खेले जहां लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमले के बाद 2009 से वह अपने घरेलू मैच खेल रहा है।
शहरयार ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा कि भारत में खेलने का सवाल ही नहीं उठता। मुझे अब भी यूएई में नहीं खेलने के कारण का इंतजार है। उन्होंने कहा कि हम 2007 और 2012 में वहां गए। इस बार फिर ऐसा नहीं होगा। यह हमारी श्रृंखला है और हम अपने घरेलू स्थल पर खेलेंगे जो यूएई है। यूएई में खेलने में क्या समस्या है। उन्होंने अपना आइपीएल भी वहां खेला था तो फिर पाकिस्तान शृंखला क्यों नहीं।
बीसीसीआइ ने अभी इस ताजा घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पीसीबी में इस बात पर आम सहमति है कि पीसीबी को भारत का दौरा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उसकी घरेलू शृंखला है। पीसीबी कार्यकारी समिति के अध्यक्ष ने भी इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया था। दूसरी तरफ से भारत ने अपनी तरफ से कहा कि कि उसके लिए यूएई में खेलना संभव नहीं है क्योंकि इसके लिए उसे सरकार से मंजूरी नहीं मिलेगी। उसने भारत में शृंखला होने पर राजस्व के बंटवारे की भी पेशकश की थी।
इस बीच शहरयार ने पाकिस्तान में मीडिया से कहा कि पीसीबी के बोर्ड आफ गवर्नर्स की मंगलवार को बैठक होगी जिसमें भारत के साथ सीरीज और पाकिस्तान सुपर लीग पर चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मैं बोर्ड आफ गवर्नर्स को भारतीय बोर्ड के अध्यक्ष शशांक मनोहर के साथ हुई बातचीत की जानकारी दूंगा और इसके बाद हम बोर्ड आफ गर्वनर्स के स्पष्ट दिशानिर्देशों के साथ यह मसला बोर्ड के मुख्य संरक्षक प्रधानमंत्री के सामने रखेंगे।
उन्होंने साफ किया कि भारत के साथ क्रिकेट बहुत अहम मसला है और इसलिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से सुझाव लेना बेहद जरूरी है। हालांकि पाकिस्तानी गृहमंत्री निसार अली खान ने यह कहकर सीरीज की संभावनाओं को कम कर दिया कि वे ऐसे किसी भी कदम (भारत में खेलना) के खिलाफ हैं और ‘अपमान’ मानते हैं। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार गृह मंत्री के कड़े बयान से भारत के साथ क्रिकेट संबंध बहाल करने की संभावनाएं भी धूमिल पड़ गई हैं। खान ने कहा कि वह भारत दौरा करने के सरकार या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के किसी भी कदम का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तानी टीम के किसी भी भारत दौरे को अपमान मानता हूं।