इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों के दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाड़ियों की पत्नियां टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर से अपने पतियों की बुराई करती हैं। यह बात खुद दीपक चाहर ने कॉमेडियन कपिल शर्मा के शो ‘द कपिल शर्मा शो सीजन 2’ (The Kapil Sharma Show Season 2) में कही थी। दीपक उस शो में बतौर गेस्ट पहुंचे थे। बातचीत के दौरान दीपक ने यह भी बताया कि टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों के शादी-शुदा होने के कारण उन्हें अक्सर मजबूरी में अकेले में समय काटना पड़ता है।
दीपक चाहर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा हैं। दीपक चाहर ने अभी शादी नहीं की है। उनकी टीम के ज्यादातर खिलाड़ी शादी-शुदा हैं और उम्रदराज हैं। आईपीएल के दौरान मैच न होने की सूरत में शादी-शुदा खिलाड़ी अक्सर परिवार के साथ समय बिताते हैं। ऐसे में दीपक चाहर को कंपनी नहीं मिल पाती है। कपिल ने शो में बताया, ‘दीपक चेन्नई से खेलते हैं। इनकी टीम का एक नियम है, सभी खिलाड़ी एक ही फ्लोर पर ठहरते हैं। यह बड़ी अच्छी बात है। दीपक यह आपका प्यार है या कैप्टन को शक है आप पर।’
इस पर दीपक ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ चेन्नई के साथ है। ऐसा सभी टीमों के साथ है। सब को एक ही फ्लोर पर रुकना है। यदि आपका कोई गेस्ट आता है तो आपको बताना पड़ेगा कि भई कौन आ रहा है, किसके साथ आ रहा है, लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं है, क्योंकि हमारी टीम में सब सीनियर प्लेयर हैं। सब की शादी हो चुकी है। सबके बच्चे हैं।’
इस पर कपिल ने उन्हें बीच में टोकते हुए पूछा, ‘आप कैसे एडजस्ट करते थे उन सबके बीच?’ दीपक ने कहा, ‘अरे मेरे साथ बड़ी दिक्कत होती है। सब लोगों की फैमिली आई रहती है। मुझको खाना खाने जाना है या कहीं बाहर जाना है तो अकेला जा रहा हूं। मैं अकेला रेस्ट्रां में बैठा हूं। क्या करूं। ऐसे पोस्ट कर दिया कुछ भी कि हैविंग लंच अलोन। लोग पूछते हैं कि भाई अकेला क्यों खा रहे हो? मैंने उनसे तो बोल देता हूं कि मेरा मन है, अच्छा लगता है मुझको अकेला रहना। लेकिन वास्तविकता यह है कि मेरी मजबूरी होती है यह, क्योंकि मेरे साथ कोई जाने के लिए था ही नहीं।’
दीपक ने बताया, ‘वहां बहुत सारी भाभियां हैं। मेरी सब भाभियों से अच्छी पटती है। क्योंकि मैं उनके साथ ज्यादा रहता हूं। मैं उनके पास बैठता हूं तो मुझे उनके पतियों की बुराई सुनने को मिलती है। फिर जब मैं हसबैंड (टीम के सीनियर खिलाड़ियों) के साथ रहता हूं तो वे पत्नियों की बुराई बताते हैं। वे कहते हैं अरे ये शादी करके ऐसा हो गया। वैसा हो गया। यह सब देखकर मेरा जो थोड़ा बहुत गर्लफ्रेंड बनाने या शादी का विचार मन में आता भी है तो वह वहीं खत्म हो जाता है। भाई दोनों तरफ से फंसोगे। इधर से भी और उधर से भी।’