हैदराबाद को हराकर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने रविवार को आईपीएल 11 का खिताब अपने नाम किया। इस मैच के हीरो टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी शेन वॉटसन रहे, वॉटसन की शानदार शतक की बदौलत चेन्नई ने यह मैच आराम से जीत लिया। चेन्नई भले ही आईपीएल खिताब जीत गई हो, लेकिन टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो के लिए यह सीजन बेहद खराब गुजरा। मुंबई के खिलाफ खेले गए पहले मैच में ब्रावो ने जरूर टीम को अकेले दम पर जीत दिलाने काम किया था, लेकिन इसके बाद से उनका सफर निराशाजनक ही रहा है। इस साल नीलामी के दौरान चेन्नई की टीम ने ब्रावो को 6.40 करोड़ रुपये में राइट टू मैच कार्ड के जरिए खरीदा था। आईपीएल खत्म होते ही ब्रावो के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी जुड़ गया। ब्रावो इस सीजन सबसे ज्यादा रन देने वाले गेंदबाज बन गए हैं, ब्रावो ने इस सीजन खेले गए 16 मैचों में 533 रन दिए हैं। हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मुकाबले में ब्रावो ने 4 ओवर में 11.50 के इकोनॉमी रेट के साथ 46 रन दिए।

इससे पहले साल 2012 के फाइनल में भी ब्रावो ने केकेआर के खिलाफ 3.4 ओवर में 49 रन दिए थे। ब्रावो आईपीएल इतिहास के पहले ऐसे गेंदबाज बन गए हैं जिसने दो फाइनल मुकाबले में 45 से ज्यादा रन दिए हों। ब्रावो गेंद के साथ-साथ पूरे सीजन बल्ले से भी फ्लॉप रहे। ब्रावो से पहले एक सीजन में सबसे अधिक रन देने का रिकॉर्ड उमेश यादव के नाम दर्ज था, लेकिन हैदराबाद के खिलाफ ब्रावो ने उमेश यादव के रिकॉर्ड को पछाड़ उससे भी शर्मनाक रिकॉर्ड बना दिया।
दो साल बाद लीग में वापसी करने वाली चेन्नई की यह तीसरी खिताबी जीत है। इससे पहले वो 2010 और 2011 में खिताब अपने नाम कर चुकी है। इसी के साथ वह सबसे ज्यादा आईपीएल खिताब जीतने के मामले में मुंबई इंडियंस के बराबर पहुंच गई है। दोनों टीमों के नाम सबसे ज्यादा तीन-तीन खिताब हैं।


