भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया पर फैंस उन्हे ट्रोल कर रहे हैं और टीम से बाहर करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन अगर आंकड़ों पर एक नज़र डाली जाए तो इस समय भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर पूरी तरह फ्लॉप है।
2020 से लेकर अबतक के आंकड़ों पर नज़र डाली जाये तो विराट कोहली का फॉर्म चेतेश्वर पुजारा और रहाणे से भी खराब है। इस एक साल में पुजारा ने 23 पारियों में 25.09 के औसत से 552 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतक लगाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 77 रहा। वहीं अजिंक्य रहाणे ने 22 पारियों में 25.76 के औसत से 541 रन बनाए हैं। रहाणे ने 1 शतक और 1 अर्धशतक भी लगया है और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 112 रन है। यह पारी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेली थी।
वहीं विराट ने 16 पारियों में 24.18 के औसत से 387 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 3 अर्धशतक लगाए हैं। विराट का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 74 रन है। पिछले एक साल में वे 3 बार डक पर भी आउट हुए हैं। मतलब मिडिल ऑर्डर में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को छोड़कर सभी बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं।
इंग्लैंड के साथ लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में खेले जा रहे दूसरे मुक़ाबले में पुजारा पहली पारी में 33 गेंद पर मात्र नौ रन बनाए वहीं रहाणे दूसरे दिन की पहली ही गेंद पर अपना विकेट दे बैठे और एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में रहाणे की बॉडी लैंग्वेज को लेकर हैरानी जताई। लक्ष्मण के अनुसार, रहाणे को इस सीरीज में फ्रेश माइंडसेट के साथ उतरना चाहिए था और पिछली असफलताओं का भार साथ नहीं रखना था।
लक्ष्मण ने कहा कि अगर आप सीरीज में लगातार असफल हो रहे हों तो चौथे और पांचवें टेस्ट में ऐसी असहज बॉडी लैंग्वेज समझ में आती है लेकिन जब आप सीरीज की शुरुआत कर रहे हों तो इतनी अनिश्चित बॉडी लैंग्वेज थोड़ी अजीब सी लगती है। यह उनकी प्रतिभा और अनुभव के साथ न्याय नहीं करता।

