ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे आईसीसी वुमेंस टी20 विश्वकप में एक ओर भारतीय महिला टीम का धमाल जारी है। तो घरेलू क्रिकेट में एक महिला युवा खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। आंध्र प्रदेश में खेले जा रहे महिला अंडर-19 वनडे मुकाबले में काशवी गौतम ने अपनी रफ्तार से अकेले ही पूरी टीम को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। यह मैच चंडीगढ़ और अरुणांचल प्रदेश के बीच खेला गया। जिसमें चंडीगढ़ की कप्तान और स्टार गेंदबाज काशवी ने विपक्षी टीम के सभी 10 विकेट चटका दिए। उसमें एक हैट्रिक भी शामिल है। इस गेंदबाज का वीडियो बीसीसीआई वुमेंस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।

खास बात रही की काशवी ने केवल 4.5 ओवर की ही गेंदबाजी की और 12 रन देकर सभी बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। विपक्षी टीम महज 25 रन पर ही ऑलआउट हो गई। जिसके चलते चंड़ीगढ़ ने इस मैच को 161 रनों से जीत लिया। यही नहीं इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए चंडीगढ़ ने 186 रन बनाए थे।

उसमें काशवी ने अपने बल्ले से भी दम दिखाया था और 49 रनों की शानदार पारी खेली थी। इसी के साथ गौतम सीमित ओवरों में 10 विकेट झटकने वाली भारत की पहली तो दुनिया की दूसरी क्रिकेटर बन गई हैं। उनसे पहले वनडे में 10 विकेट नेपाल के महबूब आलम ने लिया था।

 

वहीं, इंटरनेशवल मैच की बात करें तो केवल दो खिलाड़ियों ने ही अबतक 10 विकेट चटकाए हैं। वह भी टेस्ट मुकाबले में ऐसा हो सका है। 1956 में जिम लेकर ने यह किया था उसके बाद भारत के अनिल कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में 10 विकेट झटके थे।

चाची से सीखा क्रिकेट का ककहराः इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर की मानें तो काशवी जब साल की थी तो उनकी चाची ने उन्हें एक बल्ला दिया था, जिससे उन्होंने क्रिकेट का ककहरा सीखा। 13 साल की उम्र में काशवी ने क्रिकेट की कोचिंग लेनी शुरू की।

इस सफलता के बाद काशवी ने कहा कि मुझे इसपर यकीन नहीं हो रहा है। मैं अच्छे एरिया में गेंदबाजी करना चाहती थी और विकेट मिलते गए। काशवी ने बताया कि जब 8 विकेट पूरे हो गए तो साथी खिलाड़ियों ने मुझे 10 विकेट के बारे में बताया। इसके बाद मैने सोचना शुरू किया।