डे-नाइट टेस्ट यानी पिंक बॉल से खेली जाने वाला 5 दिनों के मैच में टीम इंडिया का रिकॉर्ड शानदार है। टीम 4 मैच खेली और 3 जीती है। इसके बाद भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की डे-नाइट टेस्ट करने की कोई योजना नहीं है। बीसीसीआई को पिंक बॉल टेस्ट बहुत पसंद नहीं है। इसका कारण बोर्ड के सचिव जय शाह ने बताया है।
वुमेंस प्रीमियर लीग 2024 के ऑक्शन से इतर पत्रकारों से बात करते हुए बीसीसीआई सचिव जय शाह ने संवाददाताओं से कहा कि बोर्ड को पिंक बॉल टेस्ट के पक्ष में नहीं है, क्योंकि मैच 2-3 दिन के अंदर ही अंदर खत्म हो जाते हैं। मेंस टीम ने आखिरी बार पिंक बॉल टेस्ट श्रीलंका के खिलाफ बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला था।
जब 36 पर सिमट गई थी टीम इंडिया
यह मैच केवल तीन दिनों में समाप्त हो गया था। भारतीय टीम विदेश में भी पिंक बॉल से एक मैच खेल चुकी है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम को हार का सामना करना पड़ा था। 17-21 दिसंबर के बीच एडिलेड में खेले गए इस मैच में टीम दूसरी पारी में 36 रन पर सिमट गई थी। भारतीय महिला टीम का केवल एक डे नाइट टेस्ट खेली है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2021 में क्वींसलैंड में यह मैच ड्रॉ रहा था।
पिंक बॉल टेस्ट को लेकर जनता में रुचि बढ़ानी होगी
जय शाह ने कहा, ” हमें पिंक बॉल टेस्ट को लेकर जनता में रुचि बढ़ानी होगी। अगर आपको याद हो तो (पिंक बॉल) टेस्ट दो-तीन दिन में खत्म हो गया था। चार-पांच दिनों तक चलने वाला टेस्ट मैच हर कोई देखना चाहता है। एक बार जब उन्हें इसकी आदत हो जाएगी तो हम और पिंक बॉल से टेस्ट होंगे। आखिरी बार पिंक बॉल टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में हुआ था, उसके बाद से कोई भी नहीं खेला है। हम इंग्लैंड के साथ बातचीत कर रहे थे, लेकिन हम इसे धीरे-धीरे इसे लेकर आगे बढ़ेंगे।”