भारत के दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ कई साल पहले क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। क्रिकेट खेलना छोड़ चुके राहुल ने बतौर कोच भी टीम इंडिया के लिए काम किया। हालांकि अब जब उनपर इस तरह की कोई जिम्मेदारी नहीं है तो वह फिर से क्रिकेट खेलने उतरे। इससे ज्यादा खास बात यह थी कि उन्होंने यहां अपने बेटे के साथ बल्लेबाजी की। राजस्थान रॉयल्स के अभ्यास शिविर के लिये गुवाहाटी में मौजूद द्रविड़ कुछ दिन पहले ही यहां लौटे हैं।
द्रविड़ ने खेला क्लब क्रिकेट
52 साल की उम्र में राहुल द्रविड़ ने विजय क्रिकेट क्लब के लिए खेलने का फैसला किया। द्रविड़ के छोटे बेटे अनवय भी इसी क्लब के लिए खेलते हैं। इस क्लब ने श्री नासुर मेमोरियल शील्ड के तीसरे डिविजन के मैच में हिस्सा लिया था। यंग लायंस क्लब के खिलाफ उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवर में 345 रन बनाए।
द्रविड़ के बेटे ने जमाया अर्धशतक
अनवय ने यहां अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने 60 गेंदों में 58 रन बनाए। वहीं राहुल द्रविड़ ने 8 गेंदों में केवल 10 रन बनाए। इन दोनों के अलावा स्वप्निल ने 107 रन बनाए जिसके दम पर टीम का स्कोर 300 के पार तक पहुंचा। राहुल द्रविड़ के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करके टीम को काफी सीखने को मिला।
अनवय का शानदार रिकॉर्ड
अपने पिता की तरह विकेटकीपर-बल्लेबाज अनवय विजय मर्चेंट ट्रॉफी 2023-24 में राज्य के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने अंडर-16 टूर्नामेंट में चार अर्द्धशतकों के साथ 45 की औसत से पाँच मैचों में 357 रन बनाए। वह विजय क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए अंडर-14 स्टेट लीग टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे।
भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ इंडियन प्रीमियर लीग की टीम राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच बनाए गए हैं। द्रविड़ का भारत के मुख्य कोच के तौर पर कार्यकाल जून में टी-20 विश्व कप में खिताबी जीत के साथ खत्म हो गया था। द्रविड़ 2011 से 2015 तक पांच सत्र टीम के साथ रहे। संजू ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत द्रविड़ की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स में ही की थी। अब दोनों साथ में काम करेंगे।