आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने टीम इंडिया को चेतावनी दी है। उन्होंने भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को भी सलाह दी है।

ब्रेट ली का मानना है कि भारतीय टीम में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने का माद्दा है, लेकिन उसके लिए उसे अपनी संपूर्ण क्षमता के साथ खेलना होगा। मतलब हार्दिक पंड्या को गेंदबाजी करनी होगी। भुवनेश्वर कुमार को रफ्तार बढ़ानी होगी।

पीटीआई से खास बातचीत में ब्रेट ली ने भारतीय टीम के गेंदबाजी आक्रमण के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि पहले मैच में पाकिस्तान के हाथों दस विकेट से हारने के बावजूद भारत वापसी कर सकता है।

टीम में हार्दिक पंड्या की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम तभी मजबूत है, जब हार्दिक पंड्या गेंदबाजी कर रहे हों, अगर वह फिट हैं तो। अगर वह फिट नहीं है तो विभिन्न विकल्पों पर विचार करना होगा। हालांकि, मेरा मानना है कि उन्हें हरफनमौला खिलाड़ी के तौर पर ही टीम में रहना चाहिए।’

उन्होंने भुवनेश्वर के बारे में कहा, ‘भुवनेश्वर की सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वह गेंद को दोनों तरफ से स्विंग करा लेते हैं। दुनिया के बहुत कम तेज गेंदबाज ऐसा कर पाते हैं। इन पिचों पर कामयाबी के लिए उसे 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालनी होगी। उसे रफ्तार में तेजी लानी होगी और विविधता की भी जरूरत है।’

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के खिलाफ उसने कई प्रयोग किए, लेकिन विफल रहा। वह तभी प्रभावी रहता है जब घुटने की ऊंचाई तक गेंद डाले जिसमें बल्लेबाज के पगबाधा या विकेट के पीछे लपके जाने की संभावना अधिक होती है।’ ब्रेट ली ने कहा कि मोहम्मद शमी टी20 क्रिकेट में इसलिए इतने कामयाब हैं, क्योंकि वह टेस्ट मैच की लेंथ से गेंद डालते हैं।

उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैच लेंथ यानी फुल लेंथ और गुडलेंथ के बीच की गेंद। मेरा मानना है कि नई गेंद से शुरुआती ओवर्स में टेस्ट मैच लैंग्थ की गेंद से कामयाबी मिलती है।’ आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के डेविड वॉर्नर के साथ हुए बर्ताव की भी उन्होंने निंदा की।

उन्होंने कहा, ‘मैने पूरे आईपीएल में उसका बचाव किया, क्योंकि उसके साथ बहुत खराब बर्ताव किया गया। उसकी कप्तानी छीन ली गई। उसे अंतिम एकादश में नहीं रखा गया। स्टेडियम नहीं जाने दिया गया। एक आरेंज कैपधारी से इस तरह का बर्ताव नहीं किया जाता।’