T20 World Cup 2022: एशिया कप 2022 में सुपर-4 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में आसिफ अली का कैच छोड़ने और आखिरी ओवर 7 रन बचाने में असफल रहने के बाद तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह रातभर सो नहीं पाए थे। 23 साल के इस तेज गेंदबाज को टी20 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम इंडिया में चुने जाने के बाद उनके कोच जसवंत राय ने सोमवार को यह खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अर्शदीप उस रात अपने फुल टॉस के बारे में सोचकर सो नहीं पाए, जिसपर बाउंड्री लग गई और भारत को हार का सामना करना पड़ा। साथ ही उन्होंने कहा कि बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई पिचों के लिए खास हथियार तैयार कर रहा है।
जसवंत राय द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “किसी भी खिलाड़ी की तरह अर्शदीप थोड़े तनाव में थे, लेकिन फिर हमने उनसे कहा कि उन्होंने पूरी मेहनत की है और चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कैच छोड़ा और आखिरी ओवर में सात रन डिफेंड कर पाए, तो मैंने उनसे बात की और उन्होंने मुझसे कहा कि वह उस रात सो नहीं सके।”
जसवंत ने आगे कहा,” अर्शदीप ने कहा कि उन्हें ट्रोल्स की परवाह नहीं है, लेकिन वह यॉर्कर्स के फुल टॉस में बदलने के बारे में सोच रहे हैं। टी20 विश्व कप किसी भी क्रिकेटर के लिए सबसे बड़ा मंच होता है और अर्शदीप का अपनी गलतियों को सुधारने का रवैया ही उनकी और भारत की मदद करेगा।” इस साल की शुरुआत में भारत के लिए डेब्यू करने के बाद अर्शदीप ने 11 टी 20 आई में 20.14 के औसत और 16.3 के स्ट्राइक रेट से 14 विकेट लिए हैं। 7.38 की उनकी इकॉनमी ने कोच राय को प्रभावित किया है। यूएई में अर्शदीप ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पहले मैच में दो विकेट लिए। इसके बाद उन्होंने टूर्नामेंट में तीन और विकेट लिए।
टेनिस बॉल से गेंदबाजी
जसवंत ने कहा, ” करियर की शुरुआत में मैं अर्शदीप सिंह से टेनिस बॉल से गेंदबाजी भी करवाता था ताकि वह लेंथ पर बेहतर नियंत्रण हासिल कर सकें। जैसे-जैसे वह परिपक्व होते गए, हमने उनकी कलाई के साथ-साथ सीम पर भी काम किया। उनकी कलाई धीमी और तेज बाउंसरों के पीछे मुख्य हथियार है। हमने पोस्चर पर काम किया। इन-स्विंग के लिए हाथ कान के करीब और आउट-स्विंग के लिए कान से दूर रहता।”
इन-स्विंग और आउट-स्विंग कैसे कराते हैं
जसवंत ने आगे बताया, “हम एक फील्डर को फाइन लेग पर रखते थे, ताकि वह समझ सके कि इन-स्विंग के लिए सीम फाइन लेग की ओर होनी चाहिए। पहली स्लिप में एक फील्डर को यह समझाने के लिए रखते थे कि सीम आउट-स्विंग के लिए फर्स्ट स्लिप की ओर होनी चाहिए। वह दिन में दो बार 20-25 गेंद ऐसे ही करते थे और अब यह चीज उनके दिमाग में बैठ गई है।”
ऑस्ट्रेलिया के लिए खास तैयारी
ऑस्ट्रेलिया में अर्शदीप, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और हार्दिक पांड्या के साथ भारत के पेस अटैक का हिस्सा होंगे। ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई मैदान भारत के मुकाबले बड़े होते हैं, ऐसे में राय वहां कि पिचों के हिसाब से ढलने के लिए उनके साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उनकी यॉर्कर लगभग परफेक्ट है। अब हमारा लक्ष्य ऑस्ट्रेलियाई पिचों के अनुसार लेंथ बॉल पर काम करना है। वह लेंथ पीछे नहीं खींच सकते और न ही आगे बढ़ा सकते हैं क्योंकि बल्लेबाज पुल या सीधे शॉट से उनका मुकाबला कर सकते हैं।
ग्रीन-टॉप विकेट पर स्विंग का फायदा उठाना चाहिए
कोच ने आगे बताया, ” बड़ा मैदान उन्हें धीमी बाउंसरों और बाउंसरों को प्रभावी ढंग से गेंदबाजी करने का फायदा देता है क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और आईपीएल में छोटी बाउंड्री के साथ ये कभी-कभी काम नहीं करते हैं। यदि ऑस्ट्रेलिया में विकेट धीमा होता है, तो उन्हें धीमी गति की गेंद करनी चाहिए, जहां गेंद पिच पर ग्रिप करती है वहां यॉर्कर और लेंथ बॉल्स का उपयोग करना चाहिए। ग्रीन-टॉप विकेट पर उन्हें स्विंग का फायदा उठाना चाहिए।”