इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने अमीरात टी10 लीग के 2021 संस्करण के दौरान भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में खिलाड़ियों, पदाधिकारियों और 2 सह टीम मालिकों पराग संघवी और कृष्ण कुमार चौधरी समेत 8 लोगों पर आरोप लगाए हैं। जिन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, उनमें 3 भारतीय हैं। पराग संघवी और कृष्ण कुमार चौधरी भारतीय टीम पुणे डेविल्स के सह-मालिक थे।

उस संस्करण में पुणे डेविल्स के खिलाड़ियों में से एक, बांग्लादेश के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज नासिर हुसैन पर भी लीग के भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। तीसरा भारतीय संदीप ढिल्लों है। कृष्ण कुमार चौधरी पर अनुच्छेद 2.4.5, अनुच्छेद 2.4.6, अनुच्छेद 2.4.7 और पराग संघवी पर अनुच्छेद 2.2.1, अनुच्छेद 2.4.6 और सनी ढिल्लों पर अनुच्छेद 2.1.1, अनुच्छेद 2.4.4, अनुच्छेद 2.4.6 के उल्लंघन का आरोप है।

आईसीसी ने कहा, ‘आरोप 2021 अबुधाबी टी10 क्रिकेट लीग और उस टूर्नामेंट में मुकाबलों भ्रष्ट करने के प्रयासों से संबंधित हैं। हालांकि, इन प्रयासों को विफल कर दिया गया था। ईसीबी ने आईसीसी को इस टूर्नामेंट के लिए नामित भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारी (DACO) के रूप में नियुक्त किया गया था। इस प्रकार ईसीबी की ओर से ये आरोप जारी किए जा रहे हैं।’

पराग संघवी पर मैच के नतीजों और अन्य पहलुओं पर सट्टा लगाने तथा जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं करने के आरोप लगे हैं। कृष्ण कुमार चौधरी पर डीएसीओ से चीजों को छिपाने के आरोप लगे हैं जबकि ढिल्लों पर मैच फिक्स करने का प्रयास करने के आरोप हैं। बांग्लादेश के लिए 19 टेस्ट और 65 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले नासिर पर भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारी को 750 डॉलर से अधिक के तोहफे की जानकारी का खुलासा नहीं करने का आरोप लगा है।

जिन अन्य लोगों को निलंबित किया गया है उनमें बल्लेबाजी कोच अजहर जैदी, यूएई के घरेलू खिलाड़ी रिजवान जावेद और सालिया समन और टीम मैनेजर शादाब अहमद शामिल हैं। तीन भारतीयों समेत 6 लोगों को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है। इन सभी के पास आरोपों का जवाब देने के लिए मंगलवार से 19 दिन का समय होगा।