भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बुधवार को वनडे सीरीज का तीसरा मैच खेला जाएगा। लगातार दो मैचों में जीत हासिल करने वाली भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहेगी। हालांकि, भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए केपटाउन वनडे को जीतना आसान नहीं होगा। दक्षिण अफ्रीका की टीम भले ही इस समय बेहद कमजोर नजर आ रही हो, लेकिन आकड़ों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड इस मैदान पर शानदार रहा है। इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के जीत का औसत 84.85 रहा है, जो किसी भी टेस्ट टीम के घरेलू मैदान से काफी ज्यादा है। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फॉफ डु प्लेसिस ने पिछले साल ही यहां श्रीलंका के खिलाफ 185 रनों की पारी खेली थी। वहीं अगर भारतीय टीम की बात करें तो केपटाउन में आज तक भारत तीन ही वनडे मैच खेला है, जिनमें दो में उसे हार का सामना करना पड़ा। जबकि एक मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की है। अंतिम बार 18 जनवरी 2011 को केपटाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे मैच खेला गया था, इस मैच को जीतने में भारत कामयाब रही थी।

फॉफ डु प्लेसिस और क्विंटन डिकॉक चोट की वजह से पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं।

जबकि 1992 और 2006 में खेले गए मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में कई रिकॉर्ड बनाए जा सकते हैं। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे 6 कैच लेते ही वनडे में अपने 300 कैच पूरे कर लेंगे। इसके अलावा 98 रन बनाते ही वो वनडे में 10000 रन बनाने वाले दुनिया के 12वें और भारत के चौथे खिलाड़ी बन जाएंगे। भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ये कारनामा पहले ही कर चुके हैं।

वहीं तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार अपने वनडे 1000 रन से 91 रन दूर हैं, आने वाले चार मैचों में अगर उनकी बल्लेबाजी आती है तो वह भी यह रिकॉर्ड हासिल कर सकते हैं। केपटाउन के न्यूलैंड्स ग्राउंड को तेज गेंदबाजों का पिच माना जाता है, ऐसे में पहले टेस्ट की तरह यहां भी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज भारत के शुरुआती बल्लेबाजों को जल्द से जल्द आउट करना चाहेंगे। वहीं भारतीय गेंदबाज भी जबर्दस्त लय में हैं और वो भी इस विकेट का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे।