विराट कोहली ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई विवादों को खारिज कर दिया है। वहीं अपने एक बयान से उन्होंने एक नया विवाद भी खड़ा कर दिया है। दरअसल बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बयान दिया था कि उन्होंने कोहली से टी20 कप्तानी नहीं छोड़नी की अपील की थी। वहीं अब विराट ने कहा है कि उनसे ऐसा कभी नहीं कहा गया था।
विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ‘मुझे कभी भी नहीं कहा गया था कि आप टी20 कैप्टेंसी मत छोड़िए। बल्कि मेरे इस फैसले को प्रोग्रेस के तौर पर स्वीकार किया गया था। टेस्ट टीम के चयन से महज डेढ़ घंटे पहले मुझे 8 दिसंबर को कॉन्टैक्ट किया गया था। उससे पहले टी20 कैप्टेंसी पर मुझसे किसी ने भी बात नहीं की थी।’
वहीं सौरव गांगुली ने मीडिया से साफतौर पर कहा था कि,’उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर विराट कोहली से टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया था। लेकिन वर्कलोड के कारण उन्होंने ऐसा किया, जो कि ठीक था एक खिलाड़ी के तौर पर मैं समझ सकता हूं। वे एक शानदार और बड़े खिलाड़ी हैं। ऐसा लाजिमी है।’
…तो क्या सौरव गांगुली ने झूठ बोला था?
दोनों बयान आपके सामने हैं और सोशल मीडिया पर दोनों बातों का एकसाथ वीडियो भी वायरल हो रहा है। हर किसी के जहन में ये सवाल है कि कौन सही है और कौन गलत। सौरव गांगुली ने झूठ बोला था या विराट कोहली झूठ बोल रहे हैं।
हालांकि भारतीय टेस्ट कप्तान ने रोहित शर्मा के साथ विवादों की खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि पिछले दो साल से वे इस मुद्दे पर सफाई देते-देते थक चुके हैं। साथ ही उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में खेलने को लेकर भी साफ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे वनडे सीरीज खेलेंगे और इसके लिए कभी भी उन्होंने बोर्ड से रेस्ट की मांग नहीं की थी।
गौरतलब है कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले विराट कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लेटर शेयर कर ये जानकारी दी। इसके बाद 8 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए टीम चयन के बाद रोहित शर्मा को वनडे टीम का भी कप्तान नियुक्त कर दिया गया था। जहां से ये विवाद शुरू हुआ।