पाकिस्तान के खिलाफ 3 मैच की सीरीज के आखिरी वनडे इंटरनेशनल में वेस्टइंडीज टीम के कप्तान निकोलस पूरन ने 10 ओवर में 48 रन देकर 4 विकेट लिए। निकोलस पूरन ने अपने इस प्रदर्शन से पहले लिस्ट ए और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सिर्फ 9 गेंदें फेंकी थीं और एक विकेट हासिल किया था। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने एक मैच में सिर्फ 3 गेंदें फेंकी थीं। वनडे क्रिकेट में यह पहला मौका नहीं है, जब बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध किसी कप्तान ने गेंदबाजी में कमाल किया है। निकोलस पूरन से पहले वनडे क्रिकेट में सौरव गांगुली, ग्राहम गूच, माइक गेटिंग और नवरोज मंगल भी ऐसी ही उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं। इन सब में सौरव गांगुली का रिकॉर्ड सबसे शानदार है।

सौरव गांगुली (भारत)- 5/34 (10) बनाम जिम्बाब्वे, कानपुर, 2000

सौरव गांगुली ने 311 वनडे मैच में 100 विकेट भी लिए हैं। उन्होंने करियर में 2 बार 5 विकेट (पाकिस्तान और जिम्बाब्वे) लिए। जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में टीम इंडिया की कमान गांगुली के हाथ में थी। पहले बल्लेबाजी के लिए जिम्बाब्वे ने 24 ओवर में 2 विकेट पर 90 रन का स्कोर खड़ा कर लिया था। इसके बाद सौरव गांगुली ने खुद गेंदबाजी की कमान संभाली और 10 ओवर 34 रन देते हुए 5 विकेट झटक लिए। नतीजा यह हुआ कि जिम्बाब्वे 45.4 ओवर में 165 रन पर ऑलआउट हो गई। बाद में सौरव गांगुली ने 71 रन की नाबाद खेली। सचिन तेंदुलकर 62 रन बनाकर आउट हुए और भारत ने 9 विकेट से मैच जीत लिया।

ग्राहम गूच (इंग्लैंड)- 3/19 (10) बनाम पाकिस्तान, कटक, 1989

ग्राहम गूच ने 1989 वनडे वर्ल्ड सीरीज में कटक में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 10 ओवर फेंके और 19 रन देकर 3 विकेट झटक लिए। वह प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गए। उन्होंने जावेद मियांदाद (14), सलीम युसूफ (6) और वसीम अकरम (0) के विकेट झटके। गूच ने अपने स्पैल में 4 ओवर मेडन डाले और पाकिस्तान को 44 ओवर में 148 रन के स्कोर पर रोक दिया।

माइक गैटिंग (इंग्लैंड)- 3/59 (9) बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न, 1987

इंग्लैंड के माइक गैटिंग ने 1987 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में 9 ओवर में 59 रन देकर 3 विकेट लिए। मैच में उनसे पहले इंग्लैंड के 5 गेंदबाज सिर्फ 2 विकेट ले पाए थे। शायद इससे परेशान होकर माइक गैटिंग ने खुद गेंदबाजी की कमान संभाली। उन्होंने ग्रेग रिची, डिर्क वेलहम और डीन जोंस के विकेट झटके थे। इंग्लैंड वह मैच जीतने में सफल रहा था।

नवरोज मंगल (अफगानिस्तान)- 3/35 (6) बनाम नीदरलैंड, एम्स्टेलवीन, 2009

नवरोज मंगल (Nawroz Mangal) अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के पहले कप्तान हैं। उन्होंने अपने तीसरे वनडे इंटरनेशनल मैच में नीदरलैंड के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाई थी। टॉप ऑर्डर बैट्समैन नवरोज मंगल उस मैच में छठे गेंदबाज के रूप में उतरे और 6 ओवर में 35 रन देकर 3 विकेट लिए। उनकी मदद से अफगानिस्तान ने नीदरलैंड को 50 ओवर में 7 विकेट पर 231 रन के स्कोर पर ही रोक दिया। बाद में 46.4 ओवर में 4 विकेट पर 232 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।

निकोलस पूरन (वेस्टइंडीज)- 4/48 (10) बनाम पाकिस्तान, मुल्तान, 2022

निकोलस पूरन पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में रोमारियो शेफर्ड की जगह 13वें ओवर खुद को लाए। उन्होंने उस ओवर में 5 रन दिए। पंद्रहवें ओवर में 8 रन दिए और 17वें ओवर की चौथी गेंद पर फखर जमान का विकेट झटक लिया। इसके उन्होंने 19वां, 21वां और 23वां ओवर भी फेंका। उन्होंने 23वें ओवर की तीसरी और पांचवीं गेंद पर क्रमशः इमान-उल-हक और मोहम्मद हारिस के विकेट चटकाए। इसके बाद पूरन ने 25वें ओवर की चौथी गेंद पर मोहम्मद रिजवान को पवेलियन की राह दिखाई।