सौरव गांगुली ने न केवल एक महान क्रिकेटर बल्कि एक सक्षम प्रशासक के रूप में भी अपनी प्रतिष्ठा बनाई है। वे 2000 के दशक की शुरुआत में टीम इंडिया के कप्तान थे और उन्हें अपने निडर नेतृत्व से टीम की किस्मत बदल दी। संन्यास लेने के बाद गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने। इसके बाद वे बीसीसीआई के प्रेसिडेंट भी बने। अब गांगुली को आईसीसी का चेयरमैन बनाने की बात चल रही है। कई पूर्व क्रिकेटरों ने उन्हें चेयरमैन बनाने की मांग की है।
भारत के ही शशांक मनोहर ने चेयरमैन पद से हाल ही में इस्तीफा दे दिया था। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के डायरेक्टर ग्रीम स्मिथ ने सबसे पहले गांगुली को चेयरमैन बनाने का प्रस्ताव दिया। उनके बाद अब श्रीलंका के पूर्व कप्तान और एमसीसी के अध्यक्ष कुमार संगकारा ने भी दादा को चेयरमैन बनाने की बात कही है। उनके मुताबिक, गांगुली अपने बेहतरीन क्रिकेट दिमाग के कारण इस पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं।
संगकारा ने इंडिया टुडे से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सौरव निश्चित रूप से बदलाव ला सकते हैं। दादा का एक बड़ा प्रशंसक केवल एक क्रिकेटर के रूप में उनके कद के कारण नहीं है, बल्कि मुझे लगता है कि उनके पास बेहतरीन क्रिकेट दिमाग है। उनके दिल में खेल के लिए प्यार है। यह सिर्फ इसलिए नहीं बदलना चाहिए क्योंकि आप बीसीसीआई अध्यक्ष या ईसीबी या एसएलसी या किसी अन्य क्रिकेट बोर्ड में हैं। मुझे लगता है सौरव बेहतरीन काम कर सकते हैं। मैंने उनका काम बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले भी देखा है।’’
संगकारा ने कहा, ‘‘मैंने उनका काम खेल प्रशासन और कोचिंग से भी देखा है। वे किस तरह पूरी दुनिया के खिलाड़ियों के साथ तालमेल बिठाते हैं।’’ उनसे पहले ग्रीम स्मिथ के अलावा क्रिकेट साउथ अफ्रीका के सीईओ जैक्स फॉल ने कहा था कि अगर गांगुली को आईसीसी का चेयरमैन बनाया जाता है तो उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। स्मिथ ने कहा था कि अगर गांगुली आईसीसी का प्रेसिडेंट बनते हैं तो यह क्रिकेट के लिए अच्छा होगा।