लीडरशिप और लीडर की बात होगी तो टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम जरूर लिया जाएगा। सौरव शनिवार, 8 जुलाई 2023 को 51 साल के हो गए। इस खास दिन पर उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया। दादा अब ऑनलाइन लीडरशिप की ट्रेनिंग देंगे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट की मदद से इसकी जानकारी दी। दादा सौरव गांगुली मास्टरक्लास ऐप पर लीडरशिप को लेकर ज्ञान देंगे।
सौरव गांगुली ने टीम इंडिया को मुश्किल से निकालकर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ को टीम इंडिया कप्तानी तब मिली थी जब कई भारतीय क्रिकेटरों पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। भारतीय क्रिकेट का भविष्य अधर में था। दादा ने संकट के समय में न सिर्फ टीम की कप्तानी संभाली बल्कि उसे जीतना भी सिखाया।
गांगुली ने टीम इंडिया को दिए कई दिग्गज खिलाड़ी
सौरव गांगुली की वजह टीम इंडिया को वीरेंद्र सहवाग जैसा ओपनर, युवराज सिंह जैसे दो-दो वर्ल्ड कप जिताने वाला खिलाड़ी मिला। दादा की वजह से टीम इंडिया को हरभजन सिंह और जहीर खान जैसे दिग्गज गेंदबाज मिले। दादा ने अपनी बैटिंग पोजिशन की कुर्बानी न दी होती तो शायद ही इंडियन क्रिकेट को महेंद्र सिंह धोनी जैसा विकेटकीपर बल्लेबाज मिलता।
जब लॉर्ड्स की बालकनी में गांगुली ने टीशर्ट लहराया
गांगुली के क्रिकेट करियर का सबसे यादगार पल वह था जब उन्होंने लॉर्ड्स की बालकनी पर अपनी टीशर्ट उतार दी और उसे लहराना शुरू कर दिया। तब भारत ने 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड को हराया था। गांगुली ने 2003 में भारत को विश्व कप फाइनल में भी पहुंचाया था। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने टीम को हराया।
सौरव गांगुली का करियर
गांगुली ने 424 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 488 पारियों में 41.46 की औसत से 18,575 रन बनाए। उन्होंने कुल 38 शतक और 107 अर्द्धशतक जड़े, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 239 है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक के 15वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। गांगुली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।