लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ी अपने-अपने घरों में ही कैद हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओपनर स्मृति मंधाना और मध्यक्रम की बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्ज ने डबल ट्रबल नाम का शो शुरू किया है। इसके हर एपिसोड में दोनों दो स्टार खिलाड़ियों से इंस्टाग्राम लाइव पर चैट करते हैं।
बातचीत के दौरान खिलाड़ियों के कई राज भी उनके फैंस को पता चलते हैं। स्मृति और जेमिमा ने डबल ट्रबल के एपिसोड 6 में भुवनेश्वर कुमार और झूलन गोस्वामी से बातचीत की। स्मृति ने भुवनेश्वर से सचिन का विकेट और झूलन से घरेलू मैचों में पहला विकेट लेने पर चर्चा की। साथ ही पूछा कि आखिरी ओवर फेंकते समय उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है।
इस पर भुवनेश्वर कुमार ने बताया कि आखिरी ओवर से पहले वे बजंरग बली का नाम लेते हैं। उसके बाद वे गेंद फेंकना शुरू करते हैं। दरअसल, स्मृति ने भुवनेश्वर और झूलन से पूछा कि मैच का आखिरी ओवर बहुत अहम होता है। ऐसे में तब आपके दिमाग में क्या चलता है। इस पर भुवनेश्वर ने कहा, मेरे दिमाग में सबसे पहले चीज है, जय बजरंग बली। उसके बाद मैं बॉल फेंकता हूं।
भुवनेश्वर ने कहा, वैरिएशन बहुत जरूरी हैं। आज जो मॉडर्न डे क्रिकेट है, स्पेशिएली टी-20 में। आपको पता है कि यार्कर एक अच्छा हथियार है, लेकिन अब जो सिर्फ यार्कर डाल रहे हैं, तो कहीं न कहीं, बैट्समैन के लिए इजी होता है, उसे खेलना। फील्डिंग के हिसाब से बैट्समैन पहले से ही प्लान करके रखते हैं कि इस गेंदबाज की यार्कर पर यहां खेलना है। ऐसे में वैरिएशन जरूरी है। आपको बैट्समैन को ब्लफ करने के लिए। मैं जब लास्ट ओवर करता हूं तो दिमाग में यह रहता है कि बैट्समैन की स्ट्रेंथ क्या है। वह कहां पर वीक है, जहां पर वह कम से कम रन बना सके। वह सब चीजें दिमाग में रखकर फिर वैरिएशन के बारे में सोचता हूं।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्में भुवनेश्वर कुमार दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में अपने पहले शिकार (विकेट) को क्लीन बोल्ड किया है। दाएं हाथ का यह गेंदबाज पहली बार तब चर्चा में आया था, जब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया था। उन्होंने उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए मुंबई के खिलाफ मैच में यह कारनामा किया था। तब उन्होंने पहले स्पेल की 14वीं गेंद पर सचिन को आउट किया था।
भुवनेश्वर कुमार ने 2012 में टी20 मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा। उन्होंने बंगलौर में खेले गए उस मैच में पाकिस्तान के नासिर जमशेद को बोल्ड कर अपने अंतरराष्ट्रीय विकेटों का खाता खोला था। 2012 में ही उनका वनडे में डेब्यू हुआ। वह मैच भी पाकिस्तान के खिलाफ था। तब उन्होंने मोहम्मद हफीज को शून्य पर बोल्ड कर दिया। उनकी 2013 में टेस्ट क्रिकेट में एंट्री हुई। उन्होंने अपना पहला शिकार ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वार्नर को बनाया। वार्नर को भी उन्होंने बोल्ड किया।