Syed Mushtaq Ali Trophy 2024: मुंबई के ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के क्रिकेट करियर की शुरुआत बेहतरीन तरीके से की थी और उन्हें भारतीय क्रिकेट में अगला बड़ा खिलाड़ी माना जा रहा था, लेकिन अब उनका क्रिकेट करियर बेहद तेजी के साथ गिर रहा है।
पृथ्वी शॉ ने अपनी कप्तानी में साल 2018 में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप विनर बनाया था और 19 साल की उम्र में उन्होंने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करते हुए शतक लगाया था, लेकिन वही पृथ्वी शॉ अब अपनी फॉर्म से संघर्ष कर रहे हैं। उनके बचपन के कोच संतोष पिंगुलकर ने हाल ही में बताया कि आखिरी उनका क्रिकेट करियर पतन की तरफ क्यों जा रहा है।
4 साल की उम्र में पृथ्वी की मां का हुआ था निधन
पृथ्वी शॉ के क्रिकेट करियर की शुरुआत 3 या 4 साल की उम्र में हुई थी और उनके पहले कोच संतोष ही थे और संतोष ने उन्हें लगभग एक दशक तक ट्रेंड किया। पृथ्वी के बारे में बात करते हुए संतोष ने माई खेल से कहा कि वो शुरू से ही अलग था। ना तो उसके पिता ने और ना ही उनकी मां ने कभी क्रिकेट खेला था, लेकिन पृथ्वी को ईश्वर का वरदान था। बात चाहे उसके डिफेंस करने की हो या फिर शॉट मारने की, उसकी शैली अद्भुत थी साथ ही उसका स्वाभाव मिलनसार था और वो दूसरे से अलग दिखता था।
संतोष ने आगे कहा कि शॉ ने 14 साल की उम्र तक मुझसे ट्रेनिंग की और मेरे साथ था। यही नहीं एमसीए में आने के बाद भी जब भी उसे समय मिलता तो वह सप्ताह में एक या दो बार अभ्यास करने आता था। जब वह सिर्फ 4 साल का था तब उसकी मां का निधन हो गया था और उसके पिता ने उसकी हर बात का ख्याल रखा। चाहे उसे खाना खिलाना हो या फिर अभ्यास से लिए ले जाना हो साथ ही जब वो ट्रेनिंग के लिए आता था तब विरार से मुंबई तक ट्रेन यात्रा के दौरान उसका किट बैग भी उसके पिता ही उठाते थे। उन्होंने पृथ्वी को बनाने के लिए बहुत त्याग किया।
फिल्मी दोस्तों के चक्कर में बर्बाद हुआ क्रिकेट करियर
पृथ्वी के बचपन के कोच का मानना है कि उनके समाजिक दायरे में जो बदलाव आया उसकी वजह से वो खेल से विचलित हो गए। संतोष के मुताबिक शॉ का खेल के प्रति प्यार बरकरार है, लेकिन खेल में गिरावट की वजह उसके आसपास की चीजें हैं। उन्होंने कहा कि शॉ को जो प्रसिद्ध मिली उसने उनके करियर के पतन में बड़ी भूमिका निभाई। उनकी दोस्ती का दायरा बदला और वो क्रिकेट की दुनिया से दूर चले गए और फिल्मी दुनिया में शामिल हो गए। उनके फिल्मी दोस्त क्रिकेट की बैकग्राउंस से नहीं थे और वो उन्हें क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्हें प्रेरित नहीं कर पाए।
संतोष ने आगे कहा कि फिल्मी दोस्तों के चक्कर में उसका समय बर्बाद हुआ और उसका ध्यान भटक गया, लेकिन क्रिकेट के प्रति उसका प्यार खत्म नहीं हुआ है। इसके अलावा इंजरी और प्रतिबंध ने भी उसे क्रिकेट से दूर ले जाने का काम किया। मुझे आश्चर्य नहीं हुआ जब उन्हें इस साल आईपीएल के लिए नहीं चुना गया। उसने अपना बेस प्राइस भी घटाकर 75 लाख रुपये कर दिया, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि उसे किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। आपको बता दें कि पृथ्वी शॉ अभी सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट 2024 में मुंबई के लिए खेल रहे हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं हो रहा है।
इस बीच शार्दुल ठाकुर की घातक गेंदबाजी साथ ही सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे की बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के ग्रुप ई के मुकाबले में सर्विसेज को 39 रन से हरा दिया।