दिनेश चांदीमल ने नाबाद 118 रनों की पारी खेली और कामिंदू मेंडिस ने अपने पहले टेस्ट में अर्धशतक लगाया। इससे श्रीलंका को गाले में दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन रविवार 10 जुलाई 2022 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्राइविंग सीट पर बैठने में मदद मिली। तीसरे दिन का खेल खत्म होने के समय श्रीलंका ने पहली पारी में 149 ओवर में 6 विकेट पर 431 रन बनाए थे। चांदीमल के अलावा रमेश मेंडिस 7 रन के स्कोर पर नाबाद थे। श्रीलंका 67 रन की लीड ले चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 110 ओवर में 10 विकेट पर 364 रन बनाए थे।

गाले इंटरनेशनल स्टेडियम में श्रीलंका के शीर्ष 6 में से 5 बल्लेबाजों ने 50 से अधिक का स्कोर किया। दिनेश चांदीमल ने एंजेलो मैथ्यूज (52) के साथ 83 रन और कामिंदू (61) के साथ 133 रन जोड़कर श्रीलंका की सीरीज बराबरी की जीत की उम्मीदों को जिंदा रखा।

इससे पहले प्रभात जयसूर्या ने डेब्यू टेस्ट मैच में 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 400 रन के भीतर समेटने में अहम भूमिका निभाई थी। दो मैच की सीरीज का पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से अपने नाम किया था।

चांदीमल ने अपनी अब तक की पारी के दौरान नौ चौके और एक छक्का लगाया है। इससे पहले, नाथन लियोन (2/160) ने पिच से शार्प टर्न निकाला। उनकी एक गेंद ऑफ स्टंप के बाहर से काफी घूमी और शनिवार के नाबाद बल्लेबाज कुसल मेंडिस (85) रविवार सुबह एलबीडब्ल्यू हो गए।

कुसल मेंडिस ने DRS लिया, लेकिन अंपायर के फैसले को पलटा नहीं जा सका। उनकी जगह चांदीमल क्रीज पर आए। उन्होंने आते ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने लियोन को कवर के ऊपर से शॉट लगा बाउंड्री बटोरी। इसके बाद ऑफ स्पिनर के सिर के ऊपर से छक्का मारा।

लंच ब्रेक के बाद मिचेल स्टार्क (2/47) ने चांदीमल और एंजेलो मैथ्यूज की साझेदारी को तोड़ा। मैथ्यूज ने स्पिन के खिलाफ संघर्ष किया था, लेकिन स्पीड के आगे मात खा गए और शॉर्ट लेग पर मार्नस लाबुशेन को कैच थमा बैठे। चांदीमल को 30 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला। कामिंदू मेंडिस भी 43 रन के निजी स्कोर पर स्टम्पिंग से बच गए।

प्रभात जयसूर्या की तरह कामिंदू मेंडिस भी डेब्यू करने वाले उन 3 खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें टीम में कोविड-19 मामले आने के बाद श्रीलंका की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले श्रीलंकाई खेमे में पांच खिलाड़ियों को कोरोना हो गया था। इस कारण प्रभात जयसूर्या, महेश थीक्षणा और कामिंदू मेंडिस को टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला।