दो बार की ग्रैंडस्लैम चैंपियन सिमोना हालेप को डोपिंग उल्लंघन के लिए पेशेवर टेनिस से चार साल के लिए निलंबित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय टेनिस इंटीग्रिटी एजेंसी (ITIA) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। रोमानिया की इस 31 वर्षीय महिला टेनिस खिलाड़ी पर डोपिंग के दो उल्लंघन के आरोप लगे हैं, जिसमें 2022 में अमेरिकी ओपन के दौरान डोप परीक्षण में विफल होना और एथलीट जैविक पासपोर्ट में अनियमितता शामिल है।
एक पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि हालेप ने जानबूझकर डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन किया। हालेप अक्टूबर 2022 से अस्थाई रूप से निलंबित हैं। उनका चार साल का प्रतिबंध छह अक्टूबर 2026 तक चलेगा। हालेप 2017 में डब्ल्यूटीए रैंकिंग में दुनिया की नंबर एक महिला खिलाड़ी बनीं।
सेरेना विलियम्स को हराकर विंबलडन का खिताब जीता
हालेप ने 2019 में फाइनल में सेरेना विलियम्स को हराकर विंबलडन का खिताब जीता। इससे एक साल पहले वह फ्रेंच ओपन चैंपियन भी बनीं। डोपिंग उल्लंघन के लिए दूषित सप्लीमेंट को जिम्मेदार ठहराने वाली हालेप इस फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील करने की योजना बना रही हैं।
हालेप ने क्या कहा?
हालेप ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने ट्रेनिंग जारी रखी है और इन झूठे आरोपों से अपना नाम हटाने और कोर्ट पर लौटने के लिए हर संभवत प्रयास करूंगी।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि वह संबंधित सप्लीमेंट कंपनी के खिलाफ भी कानूनी मदद लेंगी। हालेप ने पहले आईटीआईए पर उनकी स्वतंत्र ट्रिब्यूनल डोपिंग सुनवाई में और देरी करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
हालेप ने सुनवाई से वंचित रखने का आरोप लगाया था
हालेप ने कहा था कि उन्हें सुनवाई के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। हालांकि, मूरहाउस ने कहा कि आईटीआईए ने विश्व डोपिंग रोधी संहिता के अनुसार उचित प्रक्रियाओं का पालन किया है। मूरहाउस ने कहा, “पैनल ने माना कि लिखित निर्णय में उचित प्रक्रिया का पालन किया गया था।”