क्रिकेट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) के कारण खिलाड़ियों के साथ-साथ अंपायरों को काफी हद तक मदद मिली है, लेकिन यह अब भी काफी कठिन काम है। एक फैसले से मैच का नहीं पूरे टूर्नामेंट या सीरीज का परिणाम बदल सकता है। ऐसे में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई अंपायर साइमन टॉफेल ने उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा किया है, जिन्हें वह भविष्य में अंपयारिंग की भूमिका निभाते देखना चाहेंगे।

न्यूज9 स्पोर्ट्स से इंटरव्यू में टॉफेल ने कहा कि वह वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन को भविष्य में अंपायरिंग करते देखना चाहेंगे। उन्होंने कहा, “आपके पास वास्तव में एक व्यक्तित्व और इसे करने की इच्छा होनी चाहिए। मैंने मोर्ने मोर्कल जैसे कुछ खिलाड़ियों से बात की है जो अंपायरिंग में रुचि रखते हैं, लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा यह पेशा सभी के लिए नहीं है। मैं वीरेंद्र सहवाग को देखना पसंद करूंगा, शायद विराट कोहली या रविचंद्रन अश्विन भी इसे अपनाएं। वे इस समय खेल के नियमों और खेल की स्थितियों को बहुत अच्छे से समझते हैं।”

टॉफेल ने वीरेंद्र सहवाग के साथ अपनी बातचीत का भी खुलासा किया, जब उन्होंने पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज को अंपायरिंग करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि मैंने इसे कुछ साल पहले मैंने वीरेंद्र सहवाग को इसे लेकर चुनौती दिया। वह मेरे बगल में स्क्वायर लेग पर खड़े होकर मुझे बात कर रहे थे। लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि नहीं, वह यह काम नहीं करना चाहते हैं।

लगातार पांच बार के आईसीसी अवार्ड विजेता पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने दुबई में आईसीसी क्रिकेट अकादमी के साथ मिलकर एक ऑनलाइन अंपायरिंग कोर्स शुरू किया है। कोर्स तीन लेवल का है- इंट्रोटक्ट्री, लेवल- 1 और लेवल- 2। टॉफेल ने खुलासा किया कि यह कोर्स शुरुआत से लेकर सक्रिय पेशेवर अंपायरों तक सभी के लिए है, जो अपने कौशल को निखारना चाहते हैं।

अधिकांश लोगों का मानना है कि अंपायरिंग कुछ अन्य, क्रिकेट से जुड़े अन्य कामों की तुलना में उबाऊ और कम फायदे वाला पेशा है, लेकिन टॉफेल ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह क्रिकेट में सबसे अधिक फायदेमंद कामों में से एक है। उन्होंने कहा, “यह उबाऊ नहीं होता, सिवाय इसके कि जब आप कराची या इसी तरह के स्थानों में बहुत शुष्क वातावरण में अंपायरिंग कर रहे हों। विकेट के मामले में बहुत कुछ नहीं हो रहा है। लेकिन मैं कहूंगा कि हमने कोर्स को आकर्षक बनाने की कोशिश की है। अंपायरिंग हर किसी के लिए नहीं है। आप जानते हैं यह चुनौतीपूर्ण है।”