मोहम्मद कैफ ने भारतीय वनडे टीम की कप्तानी में अचानक हुए बदलाव पर अपनी राय रखी। कैफ ने रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने के फैसले की आलोचना की और कहा कि भारतीय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने शुभमन गिल को उम्मीद से बहुत पहले ही यह पद संभालने की जिम्मेदारी दे दी।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज कैफ ने इस बात पर खेद जाहिर किया कि रोहित को वनडे कप्तान के रूप में लंबे समय तक नहीं रहने दिया गया जबकि उन्होंने इस प्रारूप में बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया है। उनका मानना है कि रोहित के पास आईसीसी विश्व कप 2027 तक टीम का सही तरीके से नेतृत्व करने के लिए अनुभव, फिटनेस और स्किल है।
रोहित शर्मा ने क्या गलत किया है
मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में कहा कि रोहित शर्मा ने क्या गलत किया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि रोहित को लंबे समय तक कप्तानी करने का मौका नहीं मिला। वो चार साल भी टीम की कप्तानी नहीं कर पाए। वो एक बेहतरीन बल्लेबाज, एक बेहतरीन कप्तान हैं और कप्तान के तौर पर उनका रिकॉर्ड और भी शानदार हो सकता था। जब आप कप्तानी छीन लेते हैं तो मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी अपना दाहिना हाथ खो देता है।
कैफ ने कहा कि चयनकर्ताओं को कप्तानी में बदलाव के लिए 2027 के आईसीसी विश्व कप तक इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगा कि वनडे टीम की कप्तानी में बदलाव 2027 के विश्व कप के बाद होगा। इस खिलाड़ी में काबिलियत है और उसने अपनी फिटनेस पर भी काम किया है। रोहित के 2027 के विश्व कप में खेलने की पूरी संभावना थी। कैफ ने गिल पर जरूरत से ज्यादा काम को बोझ पड़ने की भी चिंता जताई।
गिल के प्रदर्शन पर पड़ सकता है असर
उन्होंने बताया कि पंजाब का यह खिलाड़ी पहले से ही टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी कर रहा है, टी20 टीम का उप-कप्तान है और अब वनडे टीम की कप्तानी का भी अतिरिक्त दबाव झेलेगा। कैफ ने चेतावनी दी कि गिल पर इतनी जल्दी ज्यादा जिम्मेदारी डालने से उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। कैफ को यह भी लगता है कि सब कुछ जल्दबाजी में किया जा रहा है क्योंकि गिल ने कभी कप्तानी की मांग नहीं की खासकर वनडे में।
कैफ ने ये कहते हुए अपनी बात समाप्त की कि सारा भार अब शुभमन गिल पर आ गया है। उन्हें सारी जिम्मेदारी जल्दबाजी में मिल रही है। इसका उल्टा असर भी हो सकता है क्योंकि जब आपको इतने कम समय में इतनी जिम्मेदारी मिलती है तो इसका प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। सब जानते हैं कि वह इसे नहीं चाहते थे आप इसकी मांग नहीं करते, लेकिन ऐसा लगता है कि सभी उन्हें बहुत पसंद करते हैं और उन्हें भविष्य का कप्तान मानते हैं। अजीत अगरकर समेत चयनकर्ताओं ने उन पर दबाव बनाया है।