भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 जनवरी से केपटाउन में शुरू होने वाले तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में खेलना संदिग्ध है। वहीं हेड कोच राहुल द्रविड़ ने हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर को टेस्ट टीम में जगह देने पर बड़ी बात बोली है।

भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति पर कहा कि,’सिराज पूरी तरह फिट नहीं है। सिराज ने दूसरे मैच के दौरान ‘हैमस्ट्रिंग’ में खिंचाव के कारण पूरे मैच में केवल 15.5 ओवर गेंदबाजी की। दूसरी पारी में तो वह केवल छह ओवर ही कर पाए थे। हमें आगे जाकर उसकी फिटनेस का आकलन करना होगा कि अगले चार दिन में वह फिट हो पाएगा या नहीं। फीजियो स्कैन होने के बाद सही स्थिति बता पाएगा।’

हेड कोच ने चोटिल होने के बावजूद गेंदबाजी करने के लिए मोहम्मद सिराज की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा, ‘‘सिराज पहली पारी में भी पूरी तरह से फिट नहीं था। हमारे पास पांचवां गेंदबाज था और उसका हम वैसा उपयोग नहीं कर पाये जैसा चाहते थे और इससे हमारी रणनीति प्रभावित हुई।’’

विहारी और अय्यर को करना होगा इंतजार

राहुल द्रविड़ सीनियर खिलाड़ियों चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे को जितना संभव हो टीम में बनाए रखना चाहते हैं। भले ही इस कारण से हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों का अंतिम एकादश का नियमित सदस्य बनने के लिए इंतजार लंबा खिंच जाए।

जोहानिसबर्ग टेस्ट की दोनों पारियों में अच्छी बल्लेबाजी करने वाले हनुमा विहारी की प्रशंसा करते हुए राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘सबसे पहले मैं यह कहना चाहूंगा कि विहारी ने दोनों पारियों में अच्छा प्रदर्शन किया। पहली पारी में भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया और वास्तव में उनका शानदार कैच लिया गया। दूसरी पारी में उसने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की और टीम का मनोबल बढ़ाया।’

वहीं उन्होंने आगे कहा कि,’श्रेयस ने दो या तीन मैच पहले ऐसा किया। जब भी उन्हें अवसर मिल रहे हैं वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उम्मीद है कि उनका भी समय आएगा।’ लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें रहाणे या पुजारा पर प्राथमिकता दी जाएगी। द्रविड़ की इस मामले में राय स्पष्ट है।

हेड कोच का इस मसले पर मानना है कि,’अगर आप हमारे कुछ खिलाड़ियों पर गौर करो जो अब वरिष्ठ खिलाड़ी हैं या उन्हें वरिष्ठ खिलाड़ी माना जाता है, उन्हें भी इंतजार करना पड़ा था और उन्होंने अपने करियर के शुरू में ढेरों रन बनाए थे। इसलिए ऐसा (इंतजार करना) होता है और यह खेल की प्रकृति है। विहारी ने इस मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और उससे टीम का भी मनोबल बढ़ना चाहिए।’