भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का बल्ला रणजी ट्रॉफी में जमकर बोल रहा है। उन्होंने गुरुवार को इस टूर्नामेंट में अपने लगातार दूसरे शतक को दोहरे शतक में बदल दिया। अय्यर का यह फर्स्ट क्लास में तीसरा दोहरा शतक है। नौ साल बाद अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक जमाया है। यह उनके करियर की सबसे बड़ी पारी है।
श्रेयस अय्यर का तीन साल का इंतजार हुआ था खत्म
श्रेयस अय्यर ने तीन साल और 38 पारियों के बाद महाराष्ट्र के खिलाफ फर्स्ट क्लास शतक लगाया था। इससे पहले उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में शतक जमाया था।
त्रिपुरा के खिलाफ तीसरे राउंड का मैच नहीं खेले अय्यर
29 साल के श्रेयस अय्यर ने त्रिपुरा के खिलाफ तीसरे राउंड के मैच में हिस्सा नहीं लिया था। उन्हें कंधे में चोट लगी थी जिस वजह से वह नहीं खेले। हालांकि वापसी के साथ ही उन्होंने फिर शतक जमाया और फिर इसे दोहरे शतक में जमाया। अय्यर ने पहले दिन 101 गेंदों में शतक जमाया था। दिन के अंत में वह 150 रन का स्कोर पार कर चुके थे। मैच के दूसरे दिन उन्होंने अपनी इस पारी को दोहरे शतक में बदला।
201 गेंदों में जड़ा दोहरा शतक
अय्यर ने 201 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया। इस पारी में उन्होंने 22 चौके और 8 छक्के लगाए। इससे पहले उनका पिछला दोहरा शतक साल 2017 में आया था। उन्होंने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत का दौरा कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अनाधिकारिक मैच में दोहरा शतक लगाया था। वहीं रणजी ट्रॉफी में उन्होंने 2015 में दोहरा शतक लगाया था।
वापसी की कोशिश में जुटे हैं श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर ने पिछले महीने कहा था कि वह टीम इंडिया में कमबैक के लिए काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं कमबैक के लिए काफी उत्साहित हूं। मेरा काम है कि मैं प्रदर्शन करता रहूं। जितना हो सके उतना रन बनाऊं। यह भी देखूं कि मेरा शरीर ठीक है।’