BCCI central contract: भारत को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के 9 मार्च को भिड़ना है और बीसीसीआई की नजर खिलाड़ियों के प्रदर्शन साथ ही इस मुकाबले के रिजल्ट पर टिकी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पिछले साल 28 फरवरी को केंद्रीय अनुबंध की घोषणा कर दी थी, लेकिन इस बार इसमें देरी हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इसमें देरी इसलिए हुई है क्योंकि बोर्ड अनुबंध देने से पहले चैंपियंस ट्रॉफी में खिलाड़ियों के प्रदर्शन का आकलन करना चाहता है।

ए प्लस श्रेणी में हो सकता है बदलाव

इसके अलावा बीसीसीआई ए प्लस श्रेणी में भी बदलाव कर सकता है जिसमें फिलहाल रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा शामिल हैं। बोर्ड की तरफ से ए प्लस ग्रेड में कथित तौर पर तीनों प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को रखा जाता है, लेकिन रोहित, कोहली और जडेजा ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और फिर टेस्ट में इनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा था। भारत के खराब प्रदर्शन की वजह से ये टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहा था इसलिए अनुबंधों की समीक्षा की जानी है।

वैसे चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित-कोहली का अच्छा प्रदर्शन उनसे पक्ष में जा सकता है, लेकिन बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित के फैसले का इंतजार करेगा। अगर रोहित संन्यास लेने का फैसला करते हैं तो बोर्ड देखेगा कि क्या करने की जरूरत है। वैसे इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि रोहित ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार कप्तानी की थी और फिर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी उनकी कप्तानी बेहतरीन रही है।

श्रेयस को मिल सकता है सेंट्रल कांट्रैक्ट

पिछले साल श्रेयस अय्यर और इशान किशन को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया था। बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेने की वजह से इन पर कड़ी कार्रवाई की थी और उन्हें सेंट्रल कांट्रैक्ट नहीं दिया था, लेकिन अब श्रेयस अय्यर भारत की वनडे टीम का हिस्सा लगातार बने हुए हैं और चैंपियंस ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है और इसका मतलब है कि उन्हें इस बार अनुबंध दिया जा सकता है। वहीं इशान किशन की बात करें तो उन्होंने नवंबर 2023 से इंटरनेशनल क्रिकेट में हिस्सा नहीं लिया है।

पिछले साल, 30 खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंध दिया गया था, जिसमें ग्रेड ए में छह, ग्रेड बी में पांच और ग्रेड सी में 15 खिलाड़ी शामिल थे। इसके अलावा, भारतीय चयनकर्ताओं ने आकाश दीप, यश दयाल, उमरान मलिक, विजयकुमार वैशाख और वी कावेरप्पा सहित पांच खिलाड़ियों को तेज गेंदबाजी अनुबंध भी दिया था।