रवालपिंड़ी एक्सप्रेस शोएब अख्तर केवल अपने रफ्तार नहीं बल्कि आक्रामक छवि के लिए जाने जाते थे। मैदान पर उनकी विरोधी खिलाड़ियों से खूब लड़ाई होती थी। शोएब अख्तर ने खुद इससे जुड़ा एक किस्सा बताया है। हालांकि, यह लड़ाई मैदान पर नहीं बल्कि डाइनिंग टेबल पर हुई थी। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ओपनर मैथ्यू हेडन और पाकिस्तानी पेसर्स दूसरे को मारने तक उठ गए थे। एक ने चाकू तो दूसरे ने कांटा चम्मच उठा लिया था।
शोएब अख्तर ने यह किस्सा शाहीन अफरीदी, जसप्रीत बुमराह और मार्क वुड जैसे आज के तेज गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए सुनाया। रावलपिंड़ी एक्सप्रेस का मानना है कि आज के तेज गेंदबाजों में आक्रामकता की कमी है। उन्होंने कहा कि आक्रामक होने से क्या होगा? ज्यादा से ज्यादा फाइन लगेगा।
बदतमीजी मिसिंग है
शोएब अख्तर ने सौरभ पंत के यूट्यूब चैनल पर कहा, “बदतमीजी मिसिंग है। मैं 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता था, लेकिन 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर अपशब्द कहे जाते था। वह गायब है। यहां-वहां किसी को मारें। क्या होगा? आप पर केवल जुर्माना लगेगा, है ना? तो क्या? बल्लेबाज तुम्हें मारते रहते हैं, क्यों? यह बेवकूफी है। रग्बी टैकल दीजिए। मुझे उसे कोई दिक्कत नहीं होगी।”
क्रिकेट में थोड़ी बहुत नोंकझोक होनी चाहिए
शोएब अख्तर ने आगे क्या कहा, “क्रिकेट में थोड़ी बहुत नोंकझोक होनी चाहिए। दुनिया के हर खेल में लड़ाई होती है। आपके अनुसार आइस हॉकी में क्या होता है? फुटबॉल में क्या होता है? क्या वे सिर पर वार, मुक्का नहीं मारते? आपने यह कैसा नियम बनाया है। ओह, हम गाली नहीं दे सकते। हमें अंपायर की ओर देखते हुए अपील करनी होगी। आप यहां इशारे करने आए हैं या क्रिकेट खेल रहे हैं?”
हेडन के साथ शोएब की लड़ाई
शोएब अख्तर ने मैथ्यू हेडन से लड़ाई को लेकर कहा, “मैंने और मैथ्यू हेडन ने एक बार नाश्ते के समय एक-दूसरे पर चाकू और कांटा उठा लिया था। दोनों एक दूसरे को मारने पर उतारू थे। भगवान का शुक्र है कि मेरे ट्रेनर ने हस्तक्षेप किया। नहीं तो हेडन ने मेरे लिए चटनी बना दी होती।”
बुमराह, शाहीन और नसीम को लेकर क्या बोले शोएब अख्तर
शोएब अख्तर ने शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और जसप्रीत बुमराह को लेकर कहा, “मुझे शाहीन और नसीम पसंद हैं। मोहम्मद आमिर बेहतरीन थे। बुमराह बेहतरीन हैं। जब मैं इन लोगों को देखता हूं, तो मैं उनका आकलन करता हूं कि उन्हें चोट लगने का खतरा है या नहीं। वे लंबे समये तक रहेंगे या नहीं। मैं बहुत सी चीजें देखता हूं। जैसे कि मार्क वुड को फॉलो थ्रू में दिक्कत है, जिसके कारण वह गति खो देते हैं। उन्हें अपना फॉलो थ्रू बनाए रखने की जरूरत है। लेकिन वह बहुत ही बेहतरीन प्रतिभा हैं। क्रिस वोक्स भी ऐसे ही हैं। उन्होंने एशेज को इंग्लैंड के पक्ष में डाल दिया। ये जानदार लोग हैं।”