टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज 6 दिसंबर से शुरू होने वाली है। इसमें भारत की स्टार ओपनर जोड़ी रोहित शर्मा के साथ शिखर धवन को फैंस मिस करेंगे। शिखर धवन टी-20 सीरीज में टीम का हिस्सा नहीं हैं। शिखर के नाम कई रिकॉर्ड हैं। आज भले ही वे सफलता के शिखर पर हों, लेकिन धवन की जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था, जब वे क्रिकेट छोड़कर एक जूता बनाने वाली कंपनी में काम करने लगे थे। जब भी कोई इंसान अपनी सफलता के शिखर पर होता है तो दुनिया भर में वो अपनी प्रतिभा के दम पर लोगों के लिए न सिर्फ आइडियल होता है बल्कि लोग उसके जैसा बनने के लिए हर घड़ी प्रयास भी करते हैं। वहीं, खेल जगत की अगर बात करें तो ये पेशा अक्सर खिलाड़ियों के सब्र का इम्तिहान लेता है, आपके हौसलों की परीक्षा लेता है। अगर कोई खिलाड़ी इन तमाम मुसीबतों में भी अपने अडिग जज्बात के साथ डटा रहता है तो एक दिन सफलता उसके कदमों को चूमती है। ऐसी ही एक कहानी है भारत के स्टार सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की जिनको शुरुआती दिनों में निराशा मिली तो वो हताश जरूर हुए लेकिन उनके हौसले उनकी इस परेशानियों पर भारी पड़े और आज धवन सफलता के शिखर पर हैं। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी के संघर्ष की कुछ सुनी-अनसुनी बातें….
हताशा हर संघर्षशील व्यक्ति के जीवन में चुनौती बनकर आती है। बॉम्बे टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में शिखर धवन ने भी अपने उस दौर को याद करते हुए बताया कि आखिर कैसे उन्होंने हताश होकर क्रिकेट छोड़ने का फैसला ले लिया था और एक जूते की कंपनी में काम करने लगे थे। धवन ने बताया कि 2001 में दिल्ली के लिए पहली बार अंडर-16 टीम में खेला था, लेकिन उसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया और सोचा कि कुछ और कर लूंगा। बकौल धवन ‘मेरे मौसाजी का बॉक्स (जैसे जूतों का बॉक्स) बनाने का बिजनेस है। उनकी फैक्टरी बहादुरगढ़ में है। मैं वहां जॉब के लिए चला गया’ ।
जूते की कंपनी में किया कामः धवन ने बताया कि मैने उस कंपनी में काम करना शुरू किया और वहीं मेरा काम सेल्समैन के साथ बॉक्स पकड़कर खड़े रहने का होता था। हालांकि धवन ने यहां एक दो दिन ही काम किया और फिर वो अपनी दुनिया में वापस लौट आए, जहां उनके साथ कई बार ये वाकये हुए और उन्हें टीम से अंदर बाहर किया जाता रहा लेकिन धवन ने अपना संघर्ष जारी रखा। धवन ने बताया कि संघर्ष करना उन्हें हमेशा पसंद रहा है जिसकी बदौलत आज वो एक सफल क्रिकेटर हैं।
शिखर धवन आज भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं और अपनी धारदार बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने भारत को कई मुकाबले भी जिताए हैं। धवन के बारे में एक बात ये भी मशहूर है कि वो अपने घर का सारा काम खुद करते हैं, खाना बनाने से लेकर घर की सफाई तक की जिम्मेदारी उनकी होती है जब भी वो घर में होते हैं। वहीं, इस 24 फरवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज में भी इस खिलाड़ी का जलवा देखने को मिलेगा।