भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को मंगलवार को हुए एक अवॉर्ड समारोह में टी20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया। इस मौके पर समारोह की होस्ट मयंती लैंगर ने उनसे बातचीत की और संजू ने काफी मजेदार अंदाज में जवाब भी दिए। मगर कहीं ना कहीं हंसते-हंसते इस बातचीत के बीच संजू अपना दर्द भी बयां कर गए। जैसा की सब जानते हैं लगातार संजू सैमसन को जगह नहीं मिलने पर कई आवाजें उठती हैं। वहीं उनको टीम इंडिया में अक्सर अपनी जगह का बलिदान भी देना पड़ता है। इसका ताजा उदाहरण एशिया कप 2025 में भी दिखा।
संजू सैमसन को लगातार टी20 क्रिकेट में 2024 वर्ल्ड कप के बाद बतौर ओपनर खिलाया गया था। उन्होंने तीन शतक भी लगाए थे। लेकिन एशिया कप में अचानक जब शुभमन गिल की एंट्री हुई संजू को अपनी पोजीशन गंवानी पड़ी। उसके बाद लगातार उनके बैटिंग नंबर को बदला जाने लगा। एक मौके पर एशिया कप 2025 में उनको बल्लेबाजी ही नहीं मिली, अक्षर पटेल तक को उनसे पहले उतार दिया गया। मगर फाइनल में जब टीम फंसी थी तो संजू सैमसन ने ही तिलक वर्मा के साथ पहली साझेदारी करके संभाला। यही कारण है कि कहीं ना कहीं संजू सैमसन नाइंसाफी का शिकार होते जरूर हैं।
संजू ने कैसे बयां किया दर्द?
संजू सैमसन को जब समारोह में टी20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया तो अवॉर्ड लेने के बाद मयंती लैंगर ने उनसे कई सवाल पूछे। इनका जवाब देते हुए संजू ने कहा,”जब आप भारतीय जर्सी पहनते हैं तो आप किसी भी चीज को ना नहीं कह सकते। मैंने इस जर्सी के लिए बहुत मेहनत की है और मैं देश के लिए अपने काम को गर्व के साथ करता हूं। अगर वो (टीम) चाहेंगे कि मैं नंबर 9 पर खेलूं या लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी करूं तो खुशी से वो भी करूंगा।”
इसके बाद जो संजू ने बोला उससे उनका दर्द साफ पता चल सकता था। वीडियो में साफ दिख रहा है कि सैमसन हंसते हुए जवाब दे रहे हैं मगर उनकी बातों में कहीं ना कहीं इस बात का दर्द जरूर है कि पिछले 10 साल में वह सिर्फ 40 इंटरनेशनल मैच खेल पाए हैं। उन्होंने कहा,”हाल ही में मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 10 साल पूरे किए लेकिन इस दौरान सिर्फ 40 मैच ही खेले। नंबर से फर्क नहीं पड़ता है और इससे पूरी कहानी बयां नहीं होती है। लेकिन मैं गर्व महसूस करता हूं कि आज मैं जो हूं और जो भी चुनौतियों का मैंने सामना किया।”
संजू सैमसन ने खुद को साबित किया
अगर पिछले दो सालों की बात करें तो जब-जब संजू सैमसन को मौका मिला है तो उन्होंने खुद को बखूबी साबित किया है। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच साउथ अफ्रीका में खेला था। लेकिन उस मैच में भी भारत को मुश्किल से निकालते हुए उन्होंने शतक लगाया था। इसके अलावा टी20 में तो पिछले एक साल में जो तबाही उनके बल्ले से बतौर ओपनर निकली थी वो सभी जानते हैं। उन्होंने तीन शतक टी20 इंटरनेशनल में लगाए हैं।
संजू ने भारत के लिए 49 टी20 इंटरनेशनल में 26 की औसत और करीब 147 के स्ट्राइक रेट से 993 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं 16 वनडे मैचों में सैमसन ने भारत के लिए 3 अर्धशतक और 1 शतक के साथ 56 से ऊपर की औसत से 516 रन बनाए हैं। लेकिन क्या फायदा वनडे में शानदार औसत के बावजूद उन्हें अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुना और पहली बार ध्रुव जुरेल को मौका दे दिया।