दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में शामिल सचिन तेंदुलकर आज यानी 24 अप्रैल 2020 को 47 साल के हो गए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सचिन ने इस साल जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में यह फैसला लिया है। सचिन ने 200 टेस्ट में 15921 और 463 वनडे में 18426 रन बनाए हैं। इतने लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में सचिन ने बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी तो की है, लेकिन कभी उन्हें विकेटकीपिंग करते नहीं देखा गया।

सचिन ने 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी में कई अनसुनी और दिलचस्प बातें बताई। तेंदुलकर ने क्रिकेट खेलना मुंबई के शिवाजी पार्क में सिखा। विकेटकीपिंग के बारे में सचिन ने अपनी किताब में जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि एक बार बचपन में इस शौक को पूरा करने का प्रयास किया था, लेकिन लहूलुहान हो गया था। तेंदुलकर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माइ वे’ उसके बारे में खुलासा किया।

सचिन ने लिखा, ‘‘मैं शिवाजी पार्क में क्रिकेट खेल रहा था। तब मेरी उम्र 12 साल की थी। मैं अपनी टीम का कप्तान था और मेरी टीम के विकेटकीपर को चोट लग गई थी। मैंने अपनी पूरी टीम से पूछा कि क्या कोई विकेटकीपिंग करेगा, लेकिन कोई किसी ने हां नहीं बोला। जिसके बाद मुझे खुद ये जिम्मेदारी उठानी पड़ी। इसमें मैं परफेक्ट नहीं था। उसी दौरान एक गेंद छूट गई और तेजी से मेरी तरफ आई। मैं इससे पहले कुछ करता, गेंद सीधे मेरे चेहरे पर लगी। मुझे काफी गहरी चोट लग गई थी और खून भी काफी बहने लग गया था। मेरी आंख बाल-बाल बची थी।’’

सचिन चोटिल होने के बाद सीधे घर गए थे। उनकी दादी ने फिर ऐसी चोट से निपटने के बारे में बताया। सचिन ने बताया दादी ने उनकी चोट पर हल्दी लगाई और चोट ठीक हो गई। उस समय तेंदुलकर के पास घर जाने के लिए पैसे भी नहीं थे। दोस्त ने साइकिल पर लिफ्ट दी थी। सचिन ने टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक लगाए थे। दूसरी ओर, टेस्ट में सचिन के नाम 68 और वनडे में 96 अर्धशतक हैं।