भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के आगे बड़े-बड़े गेंदबाजों के छक्के छूट जाते हैं। ‘हिटमैन’ के नाम से मशहूर रोहित जब अपनी रौ में होते हैं तो बड़े से बड़ा स्कोर उनके लिए छोटा हो जाता है। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले रोहित के आगे तेज गेंदबाजों के बाउंसर्स की ऊंचाई छोटी पड़ जाती है। हालांकि, क्या आपको पता है कि ऐसी कौन सी चीज है, जिससे उन्हें पेसर्स के बाउंसर से ज्यादा डर लगता है।
रोहित ने गौरव कपूर (Gaurav Kapoor) के ‘यूट्यूब’ (YouTube) शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस’ (Breakfast with Champions) में खुद यह राज खोला था। इंटरव्यू के दौरान गौरव कपूर ने रोहित शर्मा से अचानक ‘सहनशीलता’ शब्द का अर्थ पूछ लिया। यह सुनकर रोहित बंगले झांकने लगे थे। गौरव ने पूछा, ‘तुम्हें सहनशीलता का मतलब पता है?’ रोहित थोड़ा सोचने के बाद बोले, ‘सहनशीलता, मतलब सहन करना, ऐसा ही कुछ होगा यार और क्या। नाम से तो यही लग रहा है।’ गौरव ने कहा, ‘तुमको टपोरी मुंबईया हिंदी ही समझ आती है। शुद्ध हिंदी नहीं समझ आती है।’ रोहित ने कहा, ‘अभी जो आईपीएल (Indian Premier League) में स्पॉन्सर (Sponser) शूट (Shooting) होते हैं, उसमें हम लोगों से एकदम शुद्ध हिंदी बुलवाई जाती है। काफी दिक्कत आई मुझे।’
गौरव ने कहा, ‘इसका मतलब है कि आईपीएल में बाउंसर का सामना करने से ज्यादा कठिन है शुद्ध हिंदी बोलना।’ रोहित ने कहा, ‘बिल्कुल सही। शुद्ध हिंदी, मतलब हम जो भी बॉम्बे से हैं ना वे शुद्ध हिंदी नहीं बोल सकते हैं। बेशक थोड़ा-बहुत कर लें, लेकिन शुद्ध हिंदी नहीं। अभी तो मैं शिखर धवन (Shikhar Dhawan) और टीम के अन्य साथियों के साथ इतना समय बिताता हूं तो इसलिए हिंदी में मेरी थोड़ी पकड़ है और हां जी सर, क्या जी सर? बोलने लगा हूं।’
रोहित ने कहा, ‘उत्तर भारत की ओर के लोग ज्यादा सम्मान देते हैं। अगर दो साल भी कोई बड़ा होता है तो उसे हांजी, पाजी कहकर ही बुलाते हैं। यह हमारे लिए थोड़ा सा नया है यार। बॉम्बे वाला हूं, बॉम्बे में तो अरे चल न, हट न, ये (आवाज निकालते हुए)।’ इसके बाद रोहित ने सिंघम का डॉयलॉग बोला, ‘आता माझी सटकली।’ इसके बाद रोहित शर्मा मुस्कुराने लगे। गौरव कपूर भी जोर-जोर से हंसने लगे।