30 दिसंबर 2022 की सुबह क्रिकेट जगत को बहुत बुरी खबर मिली। ऋषभ पंत का दिल्ली से अपने घर रुड़की जाते वक्त कार एक्सीडेंट हो गया था। दुर्घटना कितनी गंभीर थी इसका अंदाजा उनके कार की हालत से लगा सकते हैं। उनकी कार धू-धू करके जल गई थी। वह बाल-बाल बच गए थे। पंत को पैर में गंभीर चोट आई थी। क्रिकेट खेलना छोड़िए वह अपने पैरों पर खड़े भी हो पाएंगे या नहीं इसे लेकर भी सवाल था।
अब उस दुर्घटना के घटे 629 दिन हो गए। ऋषभ पंत इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं। वह गुरुवार (17 सितंबर) को भारत-बांग्लादेश के बीच मैच में खेलने उतरे। 30 दिसंबर 2022 की सड़क दुर्घटना के बाद उनका पहला टेस्ट है। इन 629 दिनों में भारत ने 14 टेस्ट खेले हैं और केवल 4 मैच गंवाए। आठ में जीत हासिल की। इस रिकॉर्ड को नंबर के हिसाब से देखेंगे तो ऋषभ पंत की अहमियत का पता नहीं चलेगा।
WTC Final 2023 को याद करें
ऋषभ पंत की अहमियत का अंदाजा लगाने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 (WTC Final 2023) को याद करना पड़ेगा, जिसमें ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गया था। उस ऑस्ट्रेलिया टीम से हारा था, जो लगभग एक दशक से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी नहीं जीती है। ऑस्ट्रेलिया में भी 2 सीरीज हार गई है। 2018-19 और 2020-21 में भारत को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने में ऋषभ पंत ने अहम भूमिका निभाई थी।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में दमदार आंकड़े
ऑस्ट्रेलिया में ऋषभ पंत ने 7 मैच में 62.40 के औसत से 624 रन बनाए हैं। इसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। वह बीते 6 साल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इस मामले में 792 रन के साथ चेतेश्वर पुजारा शीर्ष पर हैं। इंग्लैंड में ऋषभ पंत ने 2018 से 2022 के बीच 9 मैच में 32.70 की औसत से 556 रन बनाए हैं।
इसमें 2 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। ऋषभ पंत 33 में सिर्फ 8 टेस्ट भारत में खेले हैं। ये रिकॉर्ड बताते हैं कि बीते 6 साल में वह विदेश में भारत के सबसे बड़े मैच विनर रहे हैं। यानी भारत उस डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) फाइनल में अपने ‘तुरुप का इक्का’ के बगैर उतरा था। शायद ऋषभ पंत होते तो ट्रैविस हेड की तरह नंबर 5 या 6 पर खेले होते। मैच का नतीजा कुछ और होता।
भारत की निगाहें एक और डब्ल्यूटीसी फाइनल पर
अब जब ऋषभ पंत मैदान पर लौट गए हैं तो भारत की निगाहें एक और डब्ल्यूटीसी फाइनल पर हैं, जो 2025 में इंग्लैंड में ही होनी है। इससे पहले भारत को 10 टेस्ट खेलना है। 5 घर पर और 5 ऑस्ट्रेलिया में। रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की प्रबल दावेदार है। इस बीच पंत पर सड़क दुर्घटना से पहले की तरह भारतीय टेस्ट टीम का तुरुप का इक्का’ बने रहने पर होगी। ऑस्ट्रेलिया में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में उनकी भूमिका अहम होगी।
