पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी समेत सभी क्रिकेटर देश के प्रति अपने लगाव और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। भारतीय सेना के प्रति उनका लगाव भी किसी से छिपा नहीं है। बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी को साल 2011 में इंडियन टेरिटोरियल आर्मी ने लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि भी दी थी। उसके बाद धोनी को कई बार भारतीय सेना के कार्यक्रमों में देखा जा चुका है। लेकिन इसी बीच प्रसिद्ध ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म- Quora पर चर्चा उठी है कि विराट कोहली की तरह महेंद्र सिंह धोनी अपने हेल्मेट पर भारतीय तिरंगा क्यों नहीं लगाते हैं।
गौरतलब है कि कप्तान विराट कोहली से पहले महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी अपने हेल्मेट पर भारतीय तिरंगे को एक प्रतीक के रूप में लगाते थे। तिरंगे का यह प्रतीक हेल्मेट पर बीसीसीआई के लोगो के ठीक नीचे लगा होता है। यही वजह है कि इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि महेंद्र सिंह धोनी अपने हेल्मेट पर तिरंगा क्यों नहीं लगाते हैं। इन सवालों के बीच ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Quora के एक संरक्षक ने इस सवाल का जवाब देने की कोशिश की है। हालांकि, यह जवाब संरक्षक की निजी राय है। जवाब देते हुए संरक्षक ने लिखा है कि महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे अपनी भूमिका निभाते हैं। खेल में उतार-चढ़ाव चलते रहते हैं। इस वजह से कई बार उन्हें हेल्मेट पहनना पड़ता है तो कई बार हेल्मेट जमीन पर रखना पड़ता है। शायद यही वजह है कि धोनी जो सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं, तिरंगा लगे हेल्मेट को जमीन पर रखना सही नहीं समझते। शायद यही वजह है कि धोनी अपने हेल्मेट पर तिरंगा नहीं लगाते।
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह क्रिकेटर गौतम गंभीर भी भारतीय सेना और तिरंगे के प्रति अपने प्यार के लिए जाने जाते हैं। सेना से जुड़े कई मुद्दों पर गौतम गंभीर मुखर भी रहे हैं। गंभीर कह भी चुके हैं कि उनका पहला प्यार क्रिकेट नहीं, बल्कि भारतीय सेना थी, आर्म्ड फोर्सेस ज्वाइन करना उनका सपना था। गंभीर को भारतीय सेना ज्वाइन नहीं कर पाने का आज भी मलाल है। कई भारतीय क्रिकेटरों के हेल्मेट पर भारतीय तिरंगा का प्रतीक देखा जा सकता है।