वेंकट कृष्णा बी। मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ पंजाब किंग्स (PBKS) ने विकेट के बीच स्लो शॉर्ट बॉल डालने की रणनीति अपनाई थी। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) के फाइनल में मंगलवार (3 जून) को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ भी उन्होंने यही रणनीति अपनाई और विकेट झटका। 2023 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने यह रणनीति अपनाई थी।

अर्शदीप सिंह ने फिल साल्ट को पहले ही ओवर में शॉर्ट गेंदों से परखा। इसके बाद ही यह स्पष्ट हो गया कि पंजाब किंग्स के दिमाग में क्या चल रहा है। पिच के दोनों ओर 64 मीटर की बाउंड्री होने के कारण पंजाब किंग्स की गेंदबाजी इकाई को पता था कि अगर गति नहीं मिलेगी तो बल्लेबाजों के लिए बाउंड्री को पार करना आसान नहीं होगा।

आरसीबी को बड़ा स्कोर बनाने से रोका

काइल जेमिसन, अजमतुल्लाह उमरजई और विशक विजयकुमार ने बीच के ओवरों में यही किया और आरसीबी को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। विराट कोहली का बड़ा विकेट भले इस तरह की गेंद पर न मिला हो,लेकिन धीमी गति की शॉर्ट बॉल के कारण बल्लेबाजों को दुविधा हुई।

रिकी पोंटिंग ने अपनाई पैट कमिंस वाली अद्भुत रणनीति

रिकी पोंटिंग इस अद्भुत रणनीति को अपनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई नहीं है। 19 नवंबर, 2023 को इस रणनीति के कारण ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था। भारतीय बल्लेबाजों को विश्व कप फाइनल के दौरान पैट कमिंस एंड कंपनी ने मेजबानों के खिलाफ इस रणनीति को बखूबी अंजाम दिया और स्कोरिंग पर ब्रेक लगाई।

ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक

श्रेयस अय्यर और कोहली भी उस मैच का हिस्सा थे। माइकल क्लार्क ने भी कमेंट्री के दौरान यह बात उठाई। पंजाब किंग्स में मौजूद रिकी पोंटिंग, जेम्स होप्स और ब्रैड हैडिन वाले ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक ने इसी रणनीति को अपनाया और जेमिसन में जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।