रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि उन्हें आगामी वनडे विश्व कप 2023 की योजनाओं में शामिल नहीं होने का कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि वह उन चीजों के बारे में नहीं सोचेंगे जो उनके हाथ में नहीं हैं। अश्विन ने भारत के लिए वनडे क्रिकेट में भी काफी अहम योगदान दिया है। वनडे क्रिकेट में अश्विन के सफर की शुरुआत साल 2010 में आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद हुई थी। 2010 में वह पहली बार जिम्बाब्वे दौरे के लिए चुने गए थे और उन्होंने 5 जून 2010 को श्रीलंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। उस मैच में भारत को हार मिली थी, लेकिन अश्विन का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। उन्होंने 32 गेंदों पर 38 रन की पारी खेली थी और 50 रन देकर 2 विकेट भी लिए थे।

टीम का चयन करना मेरे हाथ में नहीं

आर अश्विन ने अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान वनडे क्रिकेट में लगातार एक ऑफ स्पिनर और एक विश्वनीय बल्लेबाज के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। मार्च 2023 तक उन्होंने वनडे प्रारूप में 151 विकेट लिए थे, लेकिन 21 जनवरी 2022 के बाद उन्होंने भारत के लिए कोई वनडे मैच नहीं खेला। पिछले कुछ साल से आर अश्विन भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य के तौर पर खेल रहे हैं, लेकिन सफेद गेंद के क्रिकेट में वो टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं। अश्विन ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारतीय टीम की योजना का हिस्सा नहीं होने के बारे में टीओआई से बात करते हुए कहा कि वह वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बारे में नहीं सोच रहे हैं।

आर अश्विन ने कहा कि मैं इस टूर्नामेंट के बारे में नहीं सोच रहा हूं क्योंकि टीम का चयन करना मेरा काम नही है। मैंने बहुत पहले ही तय कर लिया था कि मैं उन चीजों के बारे में नहीं सोचूंगा जो मेरे हाथ में नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो मैं बहुत अच्छी स्थिति में हूं। मैं अपने खेल और अपने जीवन से नकारात्मक बातों को दूर रखने की कोशिश करता हूं। अश्विन ने कहा कि वह शायद भारत के लिए विश्व कप नहीं खेलेंगे, लेकिन वह चाहते हैं कि टीम इंडिया एक बार फिर से वर्ल्ड कप जीते और मैं अपनी टीम को यह टाइटल जीतते हुए देखना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं आज के लिए जी रहा हूं और मेरा कोई भी काम अधूरा नहीं है, लेकिन यह सच है कि मैं भारत को फिर से विश्व कप जीतते हुए देखना पसंद करूंगा, भले ही मैं नहीं खेल रहा हूं।