भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने मई 2025 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन, 46.85 की औसत और 30 शतकों के साथ उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसी छाप छोड़ी, जिसे भुलाना मुश्किल है। लेकिन इस महान खिलाड़ी की विदाई को लेकर पूर्व भारतीय कोच और क्रिकेटर रवि शास्त्री ने हाल ही में अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि कोहली की टेस्ट विदाई को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था और उन्हें उचित सम्मान के साथ विदा करना चाहिए था।
सोनी लिव के एक वीडियो में शास्त्री ने दिल खोलकर बात की। उन्होंने कहा, “जब कोई बड़ा खिलाड़ी जाता है, तभी उसकी अहमियत का अहसास होता है। मुझे दुख है कि विराट का जाना ऐसे हुआ। मेरे हिसाब से इसे और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। थोड़ी और बातचीत, थोड़ा और सम्मान होना चाहिए था।”
कोहली का टेस्ट करियर
विराट कोहली का टेस्ट करियर किसी सुनहरे सपने से कम नहीं रहा। 2011 में अपने टेस्ट डेब्यू से लेकर 2025 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत में उनकी कप्तानी का जादू साफ दिखा। शास्त्री जो उस दौरान भारत के कोच थे, उन्होंने कोहली की तारीफ करते हुए कहा, “विराट जैसा खिलाड़ी और कप्तान मिलना मुश्किल है। उनकी जुनून और नेतृत्व ने भारतीय क्रिकेट को नया मुकाम दिया।”
कोहली ने जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तब यह खबर क्रिकेट जगत के लिए एक झटके की तरह थी। यह फैसला इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा से ठीक पहले आया। शास्त्री ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि अगर उनके हाथ में होता, तो वे ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद कोहली को फिर से कप्तान बनाते। शास्त्री ने कहा कि मैं उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद तुरंत कप्तान बनाता।” यह बात उस समय की है जब भारत को ऑस्ट्रेलिया में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। शास्त्री का मानना है कि कोहली की कप्तानी उस हार के बाद भी टीम को एक नई दिशा दे सकती थी।
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रवि शास्त्री की बातों इन बातों से लग रहा है कि शायद विराट कोहली ने कप्तानी न मिलने की वजह से तो संन्यास की घोषणा नहीं कर दी। अगरकर ने बताया था, “विराट ने अप्रैल की शुरुआत में संपर्क किया था और उन्होंने बताया था कि वह संन्यास लेना चाहते हैं। उन्होंने इन सालों में हर गेंद पर अपना 200 फ़ीसदी दिया है, तब भी जब वह बल्लेबाजी नहीं कर रहे होते थे।
नए कप्तान के साथ नई शरुआत
कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद, चयनकर्ताओं ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को इंग्लैंड सीरीज़ के लिए कप्तान बनाया। यह सीरीज़ 20 जून से शुरू हो रही है। गिल के सामने अब एक बड़ी जिम्मेदारी है कि वे कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों की कमी को पूरा करें और भारतीय टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाएं।