वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हुई शर्मनाक हार को भुलाकर टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 2024 टी20 वर्ल्ड कप के अभियान का आगाज किया है। भारतीय टीम के लिए यह आगाज शानदार रहा। उसने कंगारू टीम को पांच मैचों की सीरीज में 4-1 से पटखनी दे दी। ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज में भारत को रवि बिश्नोई के रूप में तीसरे स्पिनर का विकल्प भी मिल गया।
ऑस्ट्रेलिया सीरीज में बिश्नोई की शानदार गेंदबाजी
बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 5 मैचों में 18.22 की औसत से 9 विकेट हासिल किए। बिश्नोई सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। ऑस्ट्रेलिया के बाद जब बिश्नोई को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में चुना लिया गया तो चयनकर्ताओं ने साफ संकेत दे दिया कि वह 2024 टी20 वर्ल्ड कप से पहले तीसरे स्पिनर का विकल्प हैं और टीम में उनका स्थान लंबे समय तक के लिए देखा जा रहा है।
चहल से पहले तरजीह मिलेगी बिश्नोई को?
भारत को विश्व कप से पहले छह टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं और समझा जाता है कि 23 साल के बिश्नोई को युजवेंद्र चहल से उपर तरजीह दी जा सकती है। चहल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। चहल ने इस साल नौ टी20 मैचों में नौ विकेट लिये जबकि बिश्नोई ने 11 मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं। सेलेक्टर्स के इस कदम से यह माना जा रहा है कि क्या युजवेंद्र चहल का करियर अब अपने अंतिम दौर में है?
कंगारुओं के लिए सिरदर्द बने बिश्नोई!
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में रवि बिश्नोई प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए। विशाखापत्तनम में पहले मैच में चार ओवर में 54 रन देने के अलावा बिश्नोई ने बाकी मैचों में शानदार गेंदबाजी की । आस्ट्रेलियाई कप्तान मैथ्यू वेड ने स्वीकार किया कि बल्लेबाजों की मददगार पिचों पर भी बिश्नोई को खेलना आसान नहीं था। उन्होंने कहा ,‘‘ उनके स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया । बिश्नोई ने खास तौर पर चारों मैचों में शानदार गेंदबाजी की । उसे खेलना आसान नहीं था ।’’
