रणजी ट्रॉफी में मुंबई के मध्यक्रम के बल्लेबाज सरफराज खान ने बुधवार को इतिहास रच दिया। उन्होंने रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैच में नाबाद तिहरा शतक लगाया। वे रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए तिहरा शतक लगाने वाले 7वें बल्लेबाज हैं। हालांकि, रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से अब तक 8 तिहरे शतक लगे हैं। इसमें वसीम जाफर इकलौते बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दो बार यह उपलब्धि अपने नाम की है। 22 साल के सरफराज खान ने छक्का लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा किया। ऐसा करके उन्होंने वीरेंद्र सहवाग की याद दिला दी।
सरफराज खान ने 30 चौके और 8 छक्के की मदद से 389 गेंदों पर अपना तिहरा शतक पूरा किया। इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट करीब 76 का रहा। सरफराज ने 76.98 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। सरफराज 2009 के बाद से मुंबई के लिए तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। आखिरी बार मुंबई के लिए रोहित शर्मा ने तिहरा शतक लगाया था। तब रोहित ने 309 रन की नाबाद पारी खेली थी। सरफराज रणजी ट्रॉफी में मुंबई के अलावा उत्तर प्रदेश की ओर से भी खेल चुके हैं। सरफराज ने 2015/16 से 2016/17 तक उत्तर प्रदेश की ओर से 8 रणजी मैचों में हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने 2 शतक के साथ कुल 440 रन बनाए। तब उन्होंने एक शतक मध्य प्रदेश और दूसरा बंगाल टीम के खिलाफ लगाया था।
सरफराज खान ने यह तिहरा शतक छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए लगाया है। वे इस क्रम पर उतरकर तिहरा शतक लगाने वाले तीसरे फर्स्ट क्लास बल्लेबाज हैं। जबकि रणजी ट्रॉफी के इतिहास में वे करुण नायर के बाद दूसरे हैं। करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी 2014–15 में कर्नाटक की ओर से छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक लगाया था।
यहां यह भी काबिलेगौर है कि सरफराज खान को एक समय उनके पिता ने मुंबई की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेलने से मना किया था। 2015 में आईपीएल के दौरान मुंबई के क्रिकेट गलियारों में सरफराज खान का नाम चर्चा में आया था, क्योंकि तब उनके पिता ने यह फैसला किया था कि वे भविष्य में मुंबई के लिए नहीं खेलेंगे। तब उन्होंने सरफराज के उत्तर प्रदेश से खेलने का फैसला किया था। हालांकि, दो सीजन खेलने के बाद उन्होंने बेटे को फिर से मुंबई का प्रतिनिधित्व करने की इजाजत दे दी थी।
सरफराज के इस तिहरे शतक की मदद से मुंबई ने 166.3 ओवर में 7 विकेट पर 688 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। हालांकि, यह मुकाबला ड्रॉ रहा। इस मैच में उत्तर प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। उसने विकेटकीपर उपेंद्र यादव के दोहरे और अक्षदीप नाथ के शतक के दम पर 159.3 ओवर में 8 विकेट पर 625 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी।
मुंबई के लिए तिहरा शतक बनाने वाले बल्लेबाज
| रन | बल्लेबाज | साल |
| 323 | अजीत वाडेकर | 1867 |
| 359* | विजय मर्चेंट | 1943 |
| 340 | सुनील गावस्कर | 1982 |
| 377 | संजय मांजरेकर | 1991 |
| 314* | वसीम जाफर | 1996 |
| 301 | वसीम जाफर | 2009 |
| 309* | रोहित शर्मा | 2009 |
| 300* | सरफराज खान | 2020 |


