पंजाब और कर्नाटक के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले खेला जा रहा है। इस मैच में कर्नाटक के वी कौशिक अपनी गेंदबाजी से पंजाब की बल्लेबाजी को बिखेर कर रख दिया। रणजी ट्रॉफी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए इस तेज गेंदबाज ने सात विकेट झटके। पंजाब की टीम पहली पारी में केवल 154 रन ही बना सकी।
कौशिक का रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
कौशिक ने चौथे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज प्रभसिमरन को आउट करके शुरुआत की। इसके बाद एक-एक करके टीम के टॉप पांच खिलाड़ी भी कौशिक का शिकार बने। कौशिक ने 15 ओवर के स्पैल में 41 रन देकर सात विकेट झटके। इसमें छह मेडन ओवर शामिल थे। यह कौशिक का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले पिछले सीजन में उन्होंने केरल के खिलाफ 22.1 ओवर के स्पैल में 54 रन देकर छह विकेट लिए थे।
मैक्निकल इंजीनियर हैं वी कौशिक
मैक्निकल इंजीनियर वी कौशिक एक समय पर एमेजॉन में कॉपरेट नौकरी किया करते थे। हालांकि उनकी हमेशा से ही क्रिकेट में रुचि रही। उन्होंने 2019 में अपना प्रोफेशनल क्रिकेट डेब्यू किया। उन्होंने अपना पहला मैच रणजी ट्रॉफी में ही खेला था। कौशिक ने अब तक 10 फर्स्ट क्लास मैच में 49 विकेट लिए हैं। इसमें चार फॉर विकेट हॉल और दो पांच विकेट हॉल शामिल हैं। वह 50 फर्स्ट क्लास विकेट के करीब हैं। पिछले साल रणजी ट्रॉफी सीजन में उन्होंने 24 विकेट लिए थे।
कौशिक की सटीक लेंथ का शिकार हुए गेंदबाज
कौशिक उन तेज गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्हें गेंद में ज्यादा रफ्तार तो नहीं होती लेकिन गेंद में होने वाली हरकत और अपनी सटीक लेंथ से वह विकेट लेने में कामयाब रहते हैं। कर्नाटक में विधवा केवरप्पा और विशक विजयकुमार की उनकी पेस तिकड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया था। विजय हजारे ट्रॉफी में टीम ने जो 30 विकेट लिए उसमें से 21 विकेट इन तीनों ने लिए थे।