रणजी ट्रॉफी 2025-26 के दूसरे राउंड में असम और सर्विसेज के बीच मैच शनिवार (26 अक्टूबर) को दूसरे दिन पहले सत्र में समाप्त हो गया। तिनसुकिया में खेले गए इस मैच का नतीजा 90 ओवर में आ गया। दो समेत 32 विकेट गिरे और 359 रन बने। रणजी ट्रॉफी के 91वीं वर्षगांठ से ठीक पहले यह टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे छोटा मैच बन गया।
540 गेंदों के इस मैच से 1961-62 सीजन में दिल्ली-रेलवे मैच का रिकॉर्ड टूट गया, जिसमें 547 गेंदों में 221 रन बने थे। रेलवे ने 2 रन से जीत दर्ज की थी। हालांकि, रणजी ट्रॉफी के इतिहास में समय के हिसाब से सबसे छोटा मैच मद्रास और मैसूर के बीच पहला मुकाबला है, जो 4 नवंबर 1934 को टूर्नामेंट के इतिहास में पहले दिन केवल 100.5 ओवर में समाप्त हुआ था।
तिनसुकिया डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स एसोसिएशन ग्राउंड पर दूसरा मैच
असम और सर्विसेज के बीच मैच की बात करें तो तिनसुकिया डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स एसोसिएशन ग्राउंड पर पहले दिन 25 विकेट गिरने के बाद दूसरे दिन सुबह भी बैटिंग की खराब हालत जारी रही। असम सिर्फ 29.3 ओवर में 75 रन पर आउट हो गई। इसके बाद सर्विसेज ने 13.5 ओवर में टारगेट हासिल करके आठ विकेट से जीत दर्ज की। 21वीं सदी में यह इस मैदान पर दूसरा रणजी ट्रॉफी मैच है।
रियान पराग का फैसले गलत साबित हुआ
मैच के पहला दिन भी रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया जब सर्विसेज के गेंदबाजों ने दो हैट्रिक के साथ पहले बल्लेबाजी करने के रियान पराग के फैसले को गलत साबित किया। पराग सर्विसेज के बाएं हाथ के स्पिनर अर्जुन शर्मा का पहला शिकार थे। इसके बाद उन्होंने विकेटकीपर सुमित घाडीगांवकर और सिबशंकर रॉय को आउट किया और रणजी ट्रॉफी के इस सीजन की पहली हैट्रिक दर्ज की।
मोहित जांगड़ा ने दूसरी हैट्रिक ली
अर्जुन के साथी और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहित जांगड़ा ने दूसरी हैट्रिक हासिल की। जांगड़ा ने ओपनर बल्लेबाज प्रद्युन सैकिया को आउट किया, जिन्होंने 15वें ओवर की अंतिम गेंद पर 42 गेंदों पर दो चौकों और छह छक्कों की मदद से 52 रन की तेज पारी खेली। मोहित ने असम के नंबर 9 मुख्तार हुसैन और नंबर 10 भार्गव लखार को आउट करके प्रथम श्रेणी में अपनी पहली हैट्रिक हासिल की।
जोगिंदर सिंह राव ने पांच दशक पहले एक ही पारी में दो हैट्रिक ली थी
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह पहली बार था जब एक मैच की एक ही पारी में दो बॉलर्स ने हैट्रिक ली हो। इससे पहले, पांच मैच खेलने वाले जोगिंदर सिंह राव ने लगभग पांच दशक पहले सर्विसेज के लिए एक ही इनिंग में दो हैट्रिक ली थी। राव अकेले ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने एक ही फर्स्ट-क्लास इनिंग में एक से ज्यादा हैट्रिक ली हैं। उन्होंने 1963 में अमृतसर में नॉर्दर्न पंजाब के खिलाफ मैच में यह कारनामा किया था।
रियान पराग और राहुल सिंह हैट्रिक से चूके
असम की टीम 17.3 ओवर में सिर्फ 103 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद कप्तान पराग ने बॉलिंग की शुरुआत की और पहले ओवर में दो विकेट लिए। ड्रामा तब चरम पर पहुंच गया जब पराग ने सर्विसेज की बल्लेबाजी को पांच विकेट लेकर धराशायी कर दिया। वह खुद भी हैट्रिक लेने के करीब थे। उन्होंने चार गेंदों में तीन विकेट लिए। पराग के साथी राहुल सिंह के पास हैट्रिक का मौका था। हालांकि, मेहमान टीम ने पहली पारी में मामूली बढ़त हासिल कर ली। दोनों पारी चायकाल से पहले 47 ओवर के अंदर खत्म हो गईं।
