रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड में बुधवार (15 अक्टूबर) को पिछले साल की उपविजेता केरल ने अपने घरेलू मैदान ग्रीन फील्ड स्टेडियम में पहले गेंदबाजी करने का फैसला करते हुए महाराष्ट्र को 20 गेंद पर 4 विकेट लेकर बैकफुट पर धकेल दिया। तेज गेंदबाज एमडी निधिश और नेदुमानकुझी बसिल ने 2-2 विकेट लिए। ओपनर पृथ्वी शॉ, अर्शिन कुलकर्णी, सिद्धेश वीर और कप्तान अंकित बवाने खाता नहीं खोल पाए। 3 विकेट तो बगैर खाता खुले ही गिर गए।

हालात ऐसे थे कि महाराष्ट्र ने 6 ओवर में 5 विकेट पर 4 रन बनाए थे, लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ और सौरभ नवले बगैर खाता नहीं खुल पाया था। महाराष्ट्र के खाते में 5 रन वाइड से आए। केरल को पहली सफलता तेज गेंदबाज एमडी निधिश ने दिलाई। उन्होंने पृथ्वी शॉ को चार गेंदों के अंदर आउट करके महाराष्ट्र के लिए डेब्यू खराब कर दिया। उन्होंने अगली ही गेंद पर सिद्धेश वीर को आउट किया। फिर बेसिल एनपी ने अपनी पहली ही गेंद पर ऑलराउंडर अर्शिन कुलकर्णी को स्लिप में रोहन कुन्नुमल के हाथों कैच कराया।

शर्मनाक रिकॉर्ड से बचना चाहेगा महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के कप्तान अंकित बवाने भी खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए। बेसिल एनपी ने उन्हें बोल्ड किया। महाराष्ट्र पर रणजी ट्रॉफी की एक पारी में बल्लेबाजों के सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने के शर्मनाक रिकॉर्ड बनाने का भी खतरा मंडरा रहा है। टूर्नामेंट के 91 साल के इतिहास में चार बार किसी टीम की एक पारी में सात खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए हैं। ऐसा आखिरी बार 2016-17 सीजन में छत्तीसगढ़ और गोवा के बीच हुए मैच में हुआ था।

केरल की प्लेइंग 11

मोहम्मद अजहरुद्दीन (कप्तान और विकेटकीपर), बाबा अपराजित, संजू सैमसन, सचिन बेबी, एमडी निधिश, अक्षय चंद्रन, रोहन कुन्नुम्मल, अंकित शर्मा, ईडन एप्पल टॉम, नेदुमंकुझी बासिल, सलमान निजर।

महाराष्ट्र की प्लेइंग 11

अंकित बावने (कप्तान), पृथ्वी शॉ, ऋतुराज गायकवाड़, सौरभ नवाले (विकेटकीपर), जलज सक्सेना, रजनीश गुरबानी, विक्की ओस्तवाल, सिद्धेश वीर, मुकेश चौधरी, अर्शिन कुलकर्णी, रामकृष्ण घोष।