भारतीय बल्लेबाज करुण नायर ने बीते एक साल में घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया है। उनके बल्ले से लगातार रन निकल रहे हैं। वह शतकों की लाइन लगा चुके हैं। कुछ समय पहले तक कर्नाटक की ओर से खेलने वाले करुण को अपनी नई टीम काफी रास आ रही है। हालांकि यह टीम उनकी पहली पसंद नहीं थी। वह अपने राज्य केरल के लिए खेलना चाहते थे।

करुण नायर केरल से रखते हैं ताल्लुक

करुण नायर मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं। हालांकि उनकी परवरिश कर्नाटक में हुई और इसी कारण वह इस राज्य की ओर से खेलने लगे। हालांकि जब उन्होंने इस टीम से हटने का फैसला किया तो सभी को लगा कि वह केरल से जुड़ेंगे लेकिन उन्होंने विदर्भ को चुना।

केरल के साथ नहीं बन पाई बात

एक चैनल को दिए इंटरव्यू में करुण ने कहा, “इस (केरल से खेलने) बारे में चर्चा हुई थी। जब मुझे यकीन हो गया कि मैं कर्नाटक छोड़ने जा रहा हूं, तो मैंने अपने विकल्पों पर विचार किया। इस बारे में कुछ बातचीत हुई, लेकिन यह आगे नहीं बढ़ सका।” अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “मैंने खुद को केसीए को ऑफर किया था, लेकिन यह आगे नहीं बढ़ सका। उसी समय, मुझे विदर्भ से ऑफर मिला। मैं इंतजार करने की स्थिति में नहीं था, क्योंकि मैं सर्वश्रेष्ठ स्थिति में नहीं था। मैं अपना दिमाग साफ करना चाहता था और यह केवल एक टीम में शामिल होने से ही संभव था। इसलिए मैं विदर्भ में शामिल हो गया।’

करुण नायर भविष्य में केरल की टीम में आ सकते हैं नजर

साथ ही करुण ने यह भी कहा कि ऐसा नहीं है कि वह आगे कभी केरल के लिए नहीं खेलेंगे। उन्होंने कहा, ‘आप नहीं जानते। अगर ऐसी कोई स्थिति आती है, तो हम देखेंगे।’ करुण की टीम विदर्भ का रणजी ट्रॉफी फाइनल में केरल से ही सामना हो रहा है। फाइनल में करुण नायर ने पहली पारी में 86 रन की अहम पारी खेली।

करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में 9 मैचों की 15 पारियों में बल्लेबाजी की है। इन 15 पारियों में उन्होंने 48.53 के औसत से 728 रन बनाए हैं। उनके नाम तीन शतक और दो अर्धशतक हैं।