मुंबई और विदर्भ के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के फाइनल में विदर्भ की पहली पारी 105 रन पर सिमट गई है। करियर के आखिरी फर्स्ट क्लास मैच में मुंबई के तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी का जलवा रहा। उन्होंने विदर्भ को 105 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। धवल कुलकर्णी ने 11 ओवर के स्पैल में 5 मेडन के साथ सिर्फ 15 रन दिए और 3 विकेट अपने नाम किए। कुलकर्णी ने विदर्भ के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त करने का काम किया।
मुलानी और कोटियन को भी 3-3 विकेट
धवल कुलकर्णी ने विदर्भ के सलामी बल्लेबाज अथर्व तायडे (23), अमन मोखड़े (8) और करुण नायर का विकेट चटकाया। करुण नायर 12 गेंद खेलने के बाद बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। विदर्भ की पहली पारी के दौरान कुलकर्णी के अलावा शाम्स मुलानी और तनुष कोटियन ने भी 3-3 विकेट चटकाए। शार्दुल ठाकुर के खाते में सिर्फ 1 सफलता गई।
15 साल का रहा कुलकर्णी का करियर
बता दें कि धवल कुलकर्णी का यह करियर का आखिरी मैच है। दूसरे दिन जब वह गेंदबाजी के लिए उतरे तो मुंबई के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान उन्होंने मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे से हाथ मिलाया। रहाणे ने भी उन्हें उनके आखिरी मैच की बधाई दी। कुलकर्णी ने 15 साल लंबे करियर में 95 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 27.31 की औसत से 281 विकेट हासिल किए हैं। कुलकर्णी ने टीम इंडिया की ओर से 12 वनडे और 2 टी20 मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने क्रमश: 19 और 3 विकेट चटकाए हैं।
मुंबई को मिली 199 रन की लीड
बता दें कि रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। पहली पारी के आधार पर मुंबई को 119 रन की लीड मिली है। पहली पारी में मुंबई की ओर से शार्दुल ठाकुर हाई स्कोरर थे। उन्होंने 75 रन की पारी खेली थी। शार्दुल के अलावा पृथ्वी शॉ ने 46 और भूपेन लालवानी ने 37 रन बनाए थे।