भारतीय टीम में वापसी की कवायद में लगे रोबिन उथप्पा ने सोमवार को मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर दिल्ली की गेंदबाजी की धुनाई की और रणजी ट्राफी ग्रुप ए क्रिकेट मैच में मौजूदा चैंपियन कर्नाटक ने बड़े स्कोर की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए। उथप्पा ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 141 गेंदों पर 16 चौकों और छह छक्कों की मदद से 148 रन बनाए। उन्होंने सलामी बल्लेबाज अग्रवाल (118) के साथ दूसरे विकेट के लिए 236 रन की साझेदारी की। इससे कर्नाटक ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 358 रन बनाए। स्टंप उखड़ने के समय मनीष पांडे (नाटआउट 31) और करुण नायर (नाटआउट 31) क्रीज पर डटे थे।
गौतम गंभीर ने टास जीतकर कर्नाटक को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया लेकिन उनका यह फैसला गलत साबित हुआ। पवन सुयाल (78 रन देकर दो विकेट) ने आर समर्थ को बोल्ड करके दिल्ली को शुरुआती सफलता दिलाई लेकिन इसके बाद उसे अगले विकेट के लिए तीसरे सत्र तक इंतजार करना पड़ा। उथप्पा ने शुरू में सहज बल्लेबाजी की लेकिन शतक के करीब पहुंचने के बाद उन्होंने अपने असली तेवर दिखाए। गंभीर ने यह साझेदारी तोड़ने के लिए अपने कामचलाऊ गेंदबाज धु्रव शोरे को सौंपी। उथप्पा ने इस ओवर में चार छक्के और दो चौकों की मदद से 32 रन बटोरकर अपना स्कोर 95 रन से 127 रन पर पहुंचा दिया।
उथप्पा ने अपना शतक 122 गेंदों पर पूरा किया जो उनका इस सत्र में लगातार तीसरा शतक है। वे बृजेश पटेल के बाद कर्नाटक के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने रणजी ट्राफी में लगातार तीन मैचों में शतक बनाए। अग्रवाल ने उनसे पहले शतक पूरा कर लिया था। चाय के विश्राम के बाद दिल्ली ने तीन ओवरों के अंदर इन दोनों को आउट करके राहत की सांस ली। सुयाल ने अग्रवाल को विकेटकीपर पुनीत बिष्ट के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी। अग्रवाल ने 209 गेंद खेली और 19 चौके लगाए। इसके बाद प्रदीप सांगवान (52 रन देकर एक विकेट) ने अपनी ही गेंद पर उथप्पा का कैच लिया।
रेलवे 182 रन पर ढेर, आंध्र की भी खराब शुरुआत
नई दिल्ली: पदार्पण कर रहे बाएं हाथ के स्पिनर स्नेह किशोर के पांच और तेज गेंदबाज बंडारू अयप्पा के चार विकेट की बदौलत आंध्र प्रदेश ने रेलवे को 182 रन पर ढेर कर दिया। किशोर ने अपने पहले ही प्रथम श्रेणी मैच में 76 रन देकर पांच जबकि अयप्पा ने 27 रन देकर चार विकेट चटकाए जिससे रेलवे की टीम सौरभ वकासकर (43) और वी चेलुवराज (42) की उम्दा पारियों के बावजूद 182 रन ही बना सकी। इसके जवाब में आंध्र की शुरुआत भी खराब रही और उसने दिन का खेल खत्म होने तक 62 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। डीबी प्रशांत 29 जबकि अश्विन हेबार 13 रन बनाकर खेल रहे हैं। आंध्र की टीम अब भी 120 रन से पिछड़ रही है जबकि उसके छह विकेट शेष हैं। अनुरीत सिंह ने 10 रन देकर दो विकेट चटकाए जबकि आशीष यादव और कर्ण शर्मा ने एक-एक विकेट हासिल किया।
हरियाणा 112 रन पर ढेर
लाहली: कप्तान पंकज सिंह ने दस रन देकर चार विकेट लेकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शानदार वापसी की जिससे राजस्थान ने हरियाणा को 112 रन पर ढेर कर दिया। राजस्थान के लिए इससे पहले अप्रैल में खेलने वाले भारत के इस पूर्व तेज गेंदबाज की शानदार गेंदबाजी के सामने हरियाणा की तरफ से केवल कप्तान वीरेंद्र सहवाग (29) ही 25 रन से आगे बढ़ पाए। उनके अलावा मोहित हुड्डा (22) और मोहित शर्मा (23) ने ही 20 से अधिक रन बनाए। राजस्थान की तरफ से पंकज के अलावा रजत भाटिया ने तीन और तनवीर उल हक ने दो विकेट लिए। राजस्थान ने इसके जवाब में खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 75 रन बनाए हैं। स्टंप उखड़ने के समय विनीत सक्सेना 38 और पुनीत यादव 12 रन पर खेल रहे थे।
सिडाना और खेड़ा ने संभाला पंजाब को
कानपुर: युवराज सिंह और हरभजन सिंह बल्लेबाजी में नाकाम रहे लेकिन मयंक सिडाना और गीतांश खेड़ा की अर्धशतकीय पारियों से पंजाब ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ शुरुआती झटकों से उबरकर आठ विकेट पर 248 रन बना लिए। उत्तर प्रदेश के मध्यम गति के गेंदबाजों ने पंजाब के शीर्ष क्रम को बिखेरकर कप्तान सुरेश रैना का टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैसले को सही साबित किया। मनन वोहरा (15) और जीवनजोत सिंह (दो) की सलामी जोड़ी जल्दी पवेलियन लौट गई जबकि उदय कौल (16), मनदीप सिंह (25) और युवराज सिंह (16) भी देर तक नहीं टिक पाए।
पंजाब का स्कोर एक समय पांच विकेट पर 80 रन था जहां सिडाना (85) और खेड़ा (नाटआउट 73) ने छठे विकेट के लिए 138 रन जोड़े। सिडाना के आउट होने से यह साझेदारी टूटने के बाद पंजाब ने कप्तान हरभजन सिंह और सिद्वार्थ कौल के विकेट भी जल्दी गंवाए। स्टंप उखड़ने के समय खेड़ा के साथ दीपक बंसल आठ रन बनाकर खेल रहे थे। उत्तर प्रदेश की तरफ से अंकत राजपूत ने 45 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि आकाशदीप नाथ और प्रवीण कुमार ने दो0दो विकेट हासिल किए।
जम्मू के खिलाफ देसाई का शतक
जम्मू: अमोघ देसाई के शतक और स्वप्निल असनोदकर और सगुन कामत के नाबाद अर्धशतकों की बदौलत गोवा ने जम्मू व कश्मीर के खिलाफ पहले दिन एक विकेट पर 263 रन बना लिए। टास गंवाने के बाद सलामी बल्लेबाजों देसाई और असनोदकर ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने जब पहले विकेट के लिए 127 रन जोड़े थे तब असनोदकर को 62 रन के निजी स्कोर पर चोटिल होकर लौटना पड़ा। देसाई ने इसके बाद कामत के साथ मिलकर टीम का स्कोर 225 रन तक पहुंचाया। परवेज रसूल ने देसाई को एलबीडब्लूआउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। देसाई ने 228 गेंद का सामना करते हुए 13 चौकों की मदद से 106 रन बनाए।