भारत की टेनिस स्टार अपने बर्थडे (15 नवंबर) से एक दिन पहले मैच देखने स्टेडियम पहुंची, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। दरअसल, कराची के जिस नेशनल स्टेडियम में वो मैच देखने गईं, वहां पति शोएब मलिक की टीम हार गई। हालांकि, मलिक ने विस्फोटक पारी खेली। सानिया आज यानी रविवार को 34 साल की हो गईं। वे पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) की टीम पेशावर जालमी को सपोर्ट करने के लिए स्टेडियम में गई थीं।

पेशावर की टीम पिछले दो सीजन में रनर-अप रही थी, लेकिन इस बार वह प्लेऑफ में हारकर बाहर हो गई। पहली बार खिताब जीतने का उसका सपना टूट गया। छह बार की ग्रैंडस्लैम चैंपियन सानिया स्टेडियम में अपने बेटे इजहान मिर्जा मलिक के साथ गई थीं। उनके अलावा कई अन्य क्रिकेटरों की पत्नियां वहां मौजूद थीं। सानिया जैसे ही स्टेडियम पहुंचीं, फैंस उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे। 12 अप्रैल 2010 के उन्होंने मलिक से शादी की थी। 2018 में वो मां बनीं।

मलिक ने पेशावर के लिए मैच में 24 गेदों पर ही 39 रन बना लिए। इस दौरान दो चौके और दो छक्के लगाए। मलिक का स्ट्राइक रेट 162.50 का रहा। उनकी बदौलत पेशावर की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 170 रन बना सकी। जब मलिक क्रीज पर उतरे थे तब टीम 11.4 ओवर में 4 विकेट पर 85 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी। मलिक ने एक छोर संभालकर तेजी से रन बनाए। उनको हार्डुस विल्जोएन का साथ मिला। विल्जोएन ने 16 गेंद पर 37 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।

एलिमिनेटर-1 में लाहौर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मलिक और विल्जोएन के अलावा फाफ डुप्लेसिस ने 31 रन की पारी खेली। लाहौर के लिए दिलबर हुसैन ने 3 विकेट चटकाए। शाहीन अफरीदी, हारिस रउफ और डेविड विज ने 2-2 विकेट लिए। 171 रन के लक्ष्य को लाहौर ने 19 ओवर में 5 विकेट पर हासिल कर लिया। मोहम्मद हफीज ने सबसे ज्यादा 74 रन बनाए। 46 गेंद की पारी में उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के लगाए। लाहौर पहली बार प्लेऑफ में जीता है।