गंगा कुमारी

अगस्त माह में खेल जगत के तीन दिग्गजों ने संन्यास का ऐलान किया। इनमें अमेरिका की स्टार टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स, न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और आस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मेग लैनिन शामिल हैं। इन तीनों ने परिवार के साथ समय बिताने की बात कहते हुए खेल के मैदान से दूरी बनाई। अगर किक्रेट की बात करें तो, पुराने समय में साल में चार या पांच ही बड़े आयोजन होते थे, लेकिन अब हर महीने कोई न कोई देश द्विपक्षीय शृंखला खेल रहा है या हर विधा में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जा रहा है। वहीं टेनिस के साल में चार ग्रैंड स्लैम होने के अलावा ढेरों अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट व एटीपी टूर्नामेंट हो रहे हैं।

दवाब चाहे खेल संघों का हो या फिर प्रायोजकों का, खिलाड़ियों की व्यस्तता काफी बढ़ गई है। ऐसे में वे अपने परिवार को बिल्कुल समय नहीं दे पा रहे हैं। खिलाड़ियों में अवसाद की घटनाएं बढ़ी हैं। भारत में भी विराट कोहली जैसे क्रिकेटर मानसिक स्वास्थ्य की बात कर रहे हैं। ऐसे में करिअर के एक मुकाम पर पहुंचने के बाद खिलाड़ियों को परिवार और उनके साथ की जरूरत महसूस हो रही है। यह एक बड़ा कारण है कि खिलाड़ी खेल की जगह अपने घर और परिवार को तवज्जो देने में विश्वास करने लगे हैं।

मानसिक स्वास्थ्य से निपटने में परिवार की भूमिका अहम

दक्षिण अफ्रीका में शृंखला के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के मामले में आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ और सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर को टीम से निलंबित कर दिया गया था। तब प्रेस कांफ्रेंस कर स्मिथ और वार्नर ने माफी भी मांगी थी। क्रिकेट के कई दिग्गजों का मानना था कि ये दोनों खिलाड़ी अपने स्टारडम को मिट्टी में मिलते देखकर टूट जाएंगे और दोबारा पुराने फार्म में नहीं लौट पाएंगे।

हालांकि, दोनों ने इसे झूठ साबित किया और मैदान पर शानदार वापसी की। इसी दौरान कई खबरों में यह बात सामने आई थी कि उन्हें इस दौर से बाहर निकालने में उनके परिवारों ने मदद की थी। यह उदाहरण है कि परिवार की अहमियत करिअर को आगे बढ़ाने में है और अगर उनके लिए ही समय न बचे तो फिर खिलाड़ी तो संन्यास लेंगे ही। साथ ही यह समय खेल संस्था के संचालकों के लिए मंथन का है।

कई खिलाड़ी परिवार के लिए ले चुके हैं संन्यास

दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी काक ने महज 29 साल की उम्र में संन्यास लेकर सबको हैरान कर दिया था। इसकी जानकारी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट ने ट्वीट कर दी थी। ट्वीट में बताया गया था कि ‘काक अपने बढ़ते परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं और इसलिए वे तत्काल प्रभाल से टैस्ट किक्रेट से संन्यास ले रहे हैं।’

25 साल की उम्र में हेनिन ने छोड़ा टेनिस

महज 25 साल की टेनिस खिलाड़ी जस्टिन हेनिन ने संन्यास का फैसला लिया तो सभी हैरान हो गए थे। सात बार की ग्रैंड स्लैम विजेता ने 2008 में जब संन्यास लेने का फैसला लिया, उस वक्त वे दुनिया की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी थीं। संन्यास की घोषणा करते वक्त उन्होंने कहा था कि वे अपने जीवन की हर छोटी खुशी को जीना चाहती हैं।

32 साल की उम्र में ही पंच पर ब्रेक

अमेरिकी मुक्केबाज राकी मैरकियानो ने परिवार के साथ समय बिताने के लिए 1956 में संन्यास लेने की घोषणा की थी। 32 साल का यह मुक्केबाज चार साल तक विश्व हैवीवेट मुक्केबाजी के चैंपियन रह चुके थे। मैरकियानों ने सभी 49 मुकाबले जीते थे और 43 में तो उन्होंने सामने वाले को नाकआउट कर दिया था। उन्होंने भी परिवार का हवाला देते हुए रिंग को अलविदा कहा था।

घर बसाने के लिए छोड़ा खेल

लारिन ओचो ने 2010 में गोल्फ को छोड़ दिया था। 28 साल की ओचो तब दुनिया की नंबर एक गोल्फर थीं। उन्होंने अपने करिअर में दो मेजर और 27 पीजीए टूअर के खिताब अपने नाम किए। उन्होंने घर बसाने के लिए गोल्फ को अलविदा कह दिया था।