पाकिस्तान के सीनियर खिलाड़ी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान की इस टिप्पणी से काफी नाराज हैं कि हाल के समय में टीम के खराब प्रदर्शन का कारण राष्ट्रीय टीम में पढ़े लिखे खिलाड़ियों की कमी है। सीनियर बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने कहा कि क्रिकेट ही अपने आप में पूर्ण शिक्षा है? स्पष्ट तौर पर शहरयार की टिप्पणी के संदर्भ में हफीज ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मुझे टेस्ट क्रिकेटर होने पर गर्व है और मेरे लिए यही मेरी डिग्री है।’ शहरयार के नजरिए से असहमति जताते हुए हफीज ने कहा कि शिक्षा सभी के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है लेकिन जीवन में डिग्री हासिल करना ही सब कुछ नहीं है।

यह अनुभवी बल्लेबाज फिलहाल काकुल में शिविर में हिस्सा नहीं ले रहा हैं और घुटने की समस्या को लेकर लाहौर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहा है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार शिविर में हिस्सा ले रहे कई खिलाड़ी पीसीबी अध्यक्ष की टिप्पणी से खुश नहीं हैं लेकिन सार्वजनिक तौर पर उन्होंने इस बारे में चुप रहने का फैसला किया है।

पिछले गुरुवार को क्वेटा में मीडिया से बात करते हुए शहरयार ने कहा था, ‘टीम में फिलहाल मिसबाह को छोड़कर कोई स्नातक खिलाड़ी नहीं है और टीम में पढ़े लिखे खिलाड़ियों की कमी ही हाल के समय में उसके खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण है।’ वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के अध्यक्ष जहीर अब्बास को पाकिस्तान क्रिकेट टीम के प्रदर्शन में गिरावट और सीनियर खिलाड़ियों का उचित विकल्प नहीं होने का मलाल है। अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए ‘एशियाई ब्रैडमैन’ के नाम से मशहूर अब्बास ने कहा कि वह चिंतित हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट ने महान खिलाड़ी पैदा करना बंद कर दिया है। अब्बास ने अपने सम्मान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘एक ऐसा देश जिसका क्रिकेट इतिहास और विरासत समृद्ध रही है, उसकी आज की स्थिति देखकर मुझे दुख होता है। यह दुख की बात है कि जिस देश ने इतने सारे महान खिलाड़ी दिए उसे अब आइसीसी प्रतियोगिताओं में क्वालीफाइंग राउंड खेलने के बारे में सोचना पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे यह देखकर पीड़ा पहुंचती है कि राष्ट्रीय टीम अतीत जैसा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। हमारे खिलाड़ी वैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिसकी हम उम्मीद करते हैं और जो हमने अतीत में देखा है।’