पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर पाकिस्तान सुपर लीग (Pakistan Super League) की फ्रैंचाइजी लाहौर कलंदर्स (Lahore Qalandars) को खरीदना चाहते हैं। उनका आरोप है कि फ्रैंचाइजी के मालिक क्रिकेट को लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने फ्रैंचाइजी मालिक को फटकार भी लगाई है।
लाहौर कलंदर्स का स्वामित्व वर्तमान में फवाद राणा के पास है। फवाद एक पाकिस्तानी व्यवसायी हैं। फवाद राणा दोहा स्थित QALCO के मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं। अख्तर ने फ्रैंचाइजी मालिक से उन्हें टीम बेचने को लेकर विचार करने का आग्रह किया है। इस महान तेज गेंदबाज ने टीम के मालिक बनने के बाद टीम का नाम बदलकर ‘लाहौर एक्सप्रेस’ करने का भी सुझाव दिया है। अख्तर को रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है। शायद इसी वजह से उन्होंने टीम का नाम अपने निकनेम से मिलता जुलता रखने का फैसला किया है।
क्रिकविक ने अख्तर के हवाले से कहा, ‘मैंने राणा बंधुओं से कहा है कि कि मुझे अपनी टीम बेच दो। मैं इसका नाम बदलकर ‘लाहौर एक्सप्रेस’ कर दूंगा और प्रबंधन बदल दूंगा। मौजूदा मालिक और प्रबंधन क्रिकेट को लेकर गंभीर नहीं हैं। वे लाहौर ब्रांड को बर्बाद कर रहे हैं।’
बता दें कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के छठे सीजन में लाहौर कलंदर्स प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई करने में असफल रही। उसने 10 में से 5 मैच ही जीते, जबकि 5 में हार झेली। उसे अपने आखिरी चारों मुकाबलों में क्रमशः इस्लामाबाद यूनाइटेड, क्वेटा ग्लैडिएटर्स, कराची किंग्स और मुल्तान सुल्तांस से हार झेलनी पड़ी।
टीम के भीतर गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों या मैच विजेताओं की कोई कमी नहीं है, क्योंकि राशिद खान, मोहम्मद हफीज, हारिस रऊफ और फखर जमान जैसे दिग्गज खिलाड़ी कलंदर्स की टीम में हैं। इसके बावजूद टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई। सोहेल अख्तर की अगुआई में टीम में अनुभवी और युवाओं खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण था।
इसके अलावा टीम में कॉलिन फर्ग्युसन, टिम डेविड, डेविड वेस, जेम्स फॉकनर, बेन डंक, समित पटेल, शाहीन शाह अफरीदी जैसे टी20 फॉर्मेट के बड़े नाम भी शामिल हैं। इसके बावजूद लाहौर कलंदर्स का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ हासिल करने के बजाय, अख्तर उस समय संदेह के घेरे में आ गए जब उन्होंने क्वेटा ग्लैडिएटर्स के खिलाफ एक डीआरएस समीक्षा की बर्बादी की। वहां बल्ले के गेंद को छूने के स्पष्ट सबूत थे, लेकिन तब कप्तान ने DRS लेने का फैसला नहीं किया। यही नहीं, उप-कप्तान शाहीन शाह अफरीदी भी अपने पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद के साथ बहस में पड़ गए।