पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद हफीज ने इसी हफ्ते इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने इस फैसले की जानकारी दी थी। साथ ही उन्होंने मीडिया के कई सवालों का भी जवाब दिया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने पाकिस्तान के लिए फिक्सिंग में फंसे खिलाड़ियों पर भी बड़ा खुलासा किया है।
मोहम्मद हफीज ने 3 जनवरी 2022 को अपने 18 साल लंबे इंटरनेशनल करियर को अलविदा कहे दिया था। उन्होंने आखिरी मैच टी20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। हफीज ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि,’मुझे सबसे ज्यादा तकलीफ उस पल ने पहुंचाई थी जब मैंने फिक्सर्स के खिलाफ आवाज उठाई।’
उन्होंने कहा कि,’जब मैंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन से कहा कि ऐसे खिलाड़ियों को टीम में जगह नहीं मिलनी चाहिए जिन्होंने देश का नाम खराब किया। उस वक्त मुझे जवाब मिला कि, आपको खेलना है तो खेलें वह लोग तो खेलेंगे।’ हालांकि हफीज ने किसी एक नाम को नहीं लिया लेकिन उन्होंने इस वाकिये को अपने करियर का सबसे दुखद वाकिया बताया।
उन्होंने आगे कहा कि,’ये कुछ ऐसा हुआ था जिसने मुझे हमेशा तकलीफ पहुंचाई। सबसे ज्यादा तकलीफ मुझे पूरे करियर में उसी वक्त हुई थी। इसलिए मैं हमेशा ये कहता रहा कि किसी ने अगर हमारे देश के गर्व को नुकसान पहुंचाया है तो उसे दोबारा से ये प्राइड नहीं मिलना चाहिए।’

वहीं मोहम्मद हफीज के इस वीडियो को काउंटी के दौरान स्पॉट फिक्सिंग में फंसे दानिश कनेरिया ने लिंक के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर शेयर किया और लिखा कि,’ये सब कुछ बताता है कि सिर्फ मेरे लिए नियम अलग हैं। मैं पिछले 10 साल से रिक्वेस्ट कर रहा, प्रार्थना कर रहा कि पीसीबी, ईसीबी और आईसीसी मेरे लिए कोई सिम्पैथी दिखाए।’
गौरतलब है कि पाकिस्तानी क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिनका नाम फिक्सिंग में सामने आया। कई खिलाड़ियों पर बैन लगा लेकिन उनकी टीम में दोबारा वापसी हो गई। कई खिलाड़ियों को सजा मिली भी तो उनको आगे चलकर मैनेजमेंट तक में जगह मिल गई। वहीं दानिश कनेरिया लगातार खुद के साथ हिंदू होने के नाते पक्षपात होने का आरोप लगाते आए हैं।