साउथ अफ्रीका ने त्रिकोणीय सीरीज के तीसरे मैच में पाकिस्तान को 353 रन का लक्ष्य दिया। साउथ अफ्रीका का कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं लगा पाया, लेकिन उसके 3 खिलाड़ियों ने 80 रन से ज्यादा के स्कोर किए। कप्तान टेम्बा बावुमा ने 96 गेंद में 82, मैथ्यू ब्रीट्जके ने 84 गेंद में 83 और विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन ने 56 गेंद में 87 रन बनाए। हेनरिक क्लासेन ने 11 चौके और 3 छक्के लगाए।
इसके साथ ही वनडे इंटरनेशनल में इतिहास रच गया। वनडे इंटरनेशनल के 54 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब 1 ही पारी में 3 बल्लेबाज 80 या उससे ज्यादा रन बनाकर आउट हुए। पाकिस्तान बनाम साउथ अफ्रीका मैच की बात करें तो मोहम्मद रिजवान ब्रिगेड के गेंदबाजों ने अंतिम 10 ओवर्स में 110 रन दिए। पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम 10 ओवर्स में 123 रन दिए थे।
बावुमा ने 18 महीने का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया
टेम्बा बावुमा ने सितंबर 2023 के बाद से अपना सर्वोच्च वनडे स्कोर बनाया। मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने दो वनडे (233) के बाद किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा रन बनाए और हेनरिक क्लासेन ने इस प्रारूप में अपना लगातार चौथा 80 से ज्यादा का स्कोर बनाया। इसका मतलब यह है कि पाकिस्तान को न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में जगह बनाने के लिए अपना सबसे बड़ा सक्सेसफुल चेज पूरा करना होगा। अगर दक्षिण अफ़्रीका 352 रन का बचाव कर लेता है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगा और पाकिस्तान के खिलाफ 5 मैच की हार का सिलसिला खत्म कर देगा।
पाकिस्तान ने किया संघर्ष
पाकिस्तान को चोटिल हारिस रऊफ के बिना, सपाट पिच और तेज आउटफील्ड पर नियंत्रण के लिए संघर्ष करना पड़ा। केवल खुशदिल शाह ने एक गेंद पर एक रन से भी कम दिया, जबकि रऊफ की जगह शामिल मोहम्मद हसनैन ने 8 ओवर में 72 रन दिए। दक्षिण अफ्रीका ने नसीम शाह और शाहीन शाह अफरीदी के खिलाफ काफी सतर्क शुरुआत की, लेकिन पावरप्ले के दूसरे हाफ में अबरार अहमद के आने के बाद गति पकड़ ली। टोनी डी जोरजी ने पारी के पहले छक्के के लिए अपने पैरों का अच्छा इस्तेमाल किया। इसके बाद टेम्बा बावुमा ने अबरार के खिलाफ लगातार दो चौके लगाए। इस तरह दक्षिण अफ्रीका का पावरप्ले 64/1 पर समाप्त हुआ।
टेम्बा ने गंवाया शतक बनाने का मौका
टेम्बा बावुमा 82 रन पर खेल रहे थे, तभी सऊद शकील के एक हाथ से पिक अप और थ्रो पर रन आउट हो गए। उन्होंने शतक बनाने का सुनहरा मौका गंवा दिया। उस समय दक्षिण अफ्रीका के पास 21.5 ओवर बचे हुए थे। हेनरिक क्लासेन को चौथे नंबर पर भेजा गया। उन्होंने 14 गेंदों का सामना करने के बाद 7 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने हसनैन को 4 चौके (मिड-ऑन, मिड-ऑफ, स्क्वायर लेग और डीप मिडविकेट पर) मारे और साउथ अफ्रीका को 200 के पार पहुंचा दिया। अगले चार ओवर में 36 रन बने, जिससे दक्षिण अफ्रीका बड़े स्कोर की ओर बढ़ गया।