भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा का बुधवार को सेमीफाइनल में हार के बाद मिक्सड डबल्स में विंबलडन में सफर समाप्त हो गया। यह उनका इस टूर्नामेंट में अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सानिया अपने क्रोएशियाई साथी मेट पाविक ​​के साथ गत चैंपियन नील स्कूप्स्की और देसिरा क्राव्स्की से हार गईं। इससे ग्रासकोर्ट में ट्रॉफी जीतने का उनका सपना चकनाचूर हो गया। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर उनका मैच देखने पहुंचे थे।

अपने करियर में पहली बार मिक्सड डबल्स में विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद सानिया मिर्जा और उनके साथी पाविक नील स्कूप्स्की और देसिरा क्राव्स्की के खिलाफ कठिन मुकाबले में 6-4, 5-7, 4-6 से हार गईं। सानिया ने पहले घोषणा की थी कि वह मौजूदा सत्र के अंत में खेल से संन्यास ले लेंगी।

मिर्जा और पेविक की जोड़ी ने डाब्रोवस्की और पीयर्स को 6-4, 3-6, 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। यह मिक्सड डबल्स में ऑल इंग्लैंड क्लब में मिर्जा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले वह साल 2011, 2013 और 2015 में क्वार्टर फाइनल में पहुंची थीं। विंबलडन का मिक्सड डबल्स का ताज सानिया की ट्रॉफी कैबिनेट में नहीं है।

इससे पहले सानिया को महिला सिंगल्स के पहले दौर में लूसी हरडेका से हार का सामना करना पड़ा था। स्टार भारतीय खिलाड़ी के पास मिक्सड डबल्स में करियर स्लैम जीतने का यह आखिरी मौका था, लेकिन उन्होंने इससे पहले महेश भूपति के साथ मिक्सड डबल्स का खिताब जीता था। ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ 2014 यूएस ओपन जीतने से पहले भूपति के साथ सानिया ने 2009 ऑस्ट्रेलियन ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन जीता।

सानिया मिर्जा ने साल 2015 में स्टार स्विस टेनिस खिलाड़ी मार्टिना हिंगिस के साथ वुमेंस डबल्स में विंबलडन का खिताब जीता है। इस महिला जोड़ी ने अगले वर्ष ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने से पहले उसी वर्ष यूएस ओपन खिताब भी जीता था। यह अबतक की सबसे महान महिला जोड़ी में से एक है। 16 महीने में 14 खिताब जीता था।